बाराबंकी : शराब की दुकान में चल रही अवैध कैंटीन बनी लोगों की मुसीबत
शराबियों की भीड़ से छात्र-छात्राएं, महिलाएं और राहगीर परेशान, माहौल बिगाड़ने का आरोप
बाराबंकी, अमृत विचार : देवा-फतेहपुर मार्ग पर स्थित ढिंढोरा गांव के पास हाल ही में खोली गई अंग्रेजी और कंपोजिट शराब की दुकान लोगों के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि दुकान परिसर में अवैध रूप से एक कैंटीन संचालित की जा रही है, जहां शाम होते ही शराबियों का जमावड़ा लग जाता है।
महिलाओं और छात्रों की बढ़ी परेशानी
- स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार शराब की दुकान खुलने के बाद से इलाके का माहौल पूरी तरह बदल गया है।
- शाम के वक्त शोर-शराबा, गाली-गलौज और झगड़े आम हो गए हैं
- महिलाएं और बच्चे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं
- कई परिवार घर से निकलने में डर महसूस करते हैं
छात्रों के लिए बना खतरा : यह दुकान ऐसे मार्ग पर स्थित है जहां से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं स्कूल और कोचिंग के लिए प्रतिदिन गुजरते हैं। ऐसे में असभ्य माहौल से उनका गुजरना असहज और असुरक्षित बन गया है। अभिभावकों में इसको लेकर गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
नियमों को दरकिनार कर कैंटीन संचालित : आबकारी विभाग के नियमों के अनुसार शराब की दुकानों पर बैठकर शराब पीना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। साथ ही, किसी प्रकार की कैंटीन या भोजन व्यवस्था की अनुमति नहीं होती। इसके बावजूद दुकान परिसर में खुलेआम कैंटीन संचालित की जा रही है, जिससे कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जिला आबकारी अधिकारी कुलदीप दिनकर ने बताया कि "अंग्रेजी कंपोजिट दुकान के कैंपस में कैंटीन चलाना मानक के खिलाफ है। इस मामले की जांच कराई जाएगी। यदि यह साबित होता है कि कैंटीन नियमों के विरुद्ध संचालित हो रही है तो जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
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