बदायूं: बहनोई ने करा दिया था मुकदमा...इसलिए सगे साले ने किया था भाजपा नेता का कत्ल
विजय नगला/बिनावर। बिनावर थाना क्षेत्र के गांव विजय नगला में हुए भाजपा मंडल उपाध्यक्ष हत्याकांड का खुलासा हो गया है। सगे साले ने लकड़ी की फंटी से वार करके हत्या की थी। साले ने दलाली के लिए धोखे से जमीन बिकवाई थी। बहनोई को धोखे से जमीन बिकने की जानकारी हुई तो विरोध करते हुए दाखिल खारिज का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार करके आलाकत्ल लकड़ी की फंटी बरामद करके जेल भेज दिया है।
भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष व भाकियू के पदाधिकारी गांव विजय नगला निवासी सुरेश चंद्र गुप्ता पुत्र विशुन लाल गुप्ता अपने बेटे राहुल की जगह पानी की टंकी की चौकीदारी करने गए थे। उनके सिर पर वार करके हत्या कर दी गई थी। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार ने मौका मुआयना करके खुलासे के लिए टीमों गठन किया था। बिनावर पुलिस के अलावा एसओजी और सर्विलांस टीम भी हत्यारोपी का पता लगाने में जुटी थी। टीम ने साक्ष्य जुटाए और मृतक के सगे साले धर्मेंद्र गुप्ता पुत्र जवाहर लाल गुप्ता को हिरासत में लिया। वह बहाने बाजी करने लगा। सख्ती से पूछताछ करने पर वह टूट गया और घटना कबूल की।
वह मूलरूप से शाहजहांपुर निवासी है और लगभग 25 साल से सपरिवार गांव विजय नगला में बस गया था। उसपर कई मुकदमा चल रहे हैं। मुकदमों में पैरवी के लिए उसने रुपयों के लालच में धोखे से 26 जून 2025 को पारिवारिक एक बीघा 8 विसवा जमीन बहनोई सुरेश चंद्र गुप्ता के पिता विशुनलाल गुप्ता से उनके परिवार के गांव सिकरोड़ी निवासी अजय गुप्ता पुत्र राजेंद्र गुप्ता के नाम पर करा दी थी। उसने अजय गुप्ता से दलाली के 1.20 लाख रुपये तय किए थे। सुरेश चंद्र गुप्ता को धोखे से कराए गए इस बैनामा के बारे में पता चला तो उन्होंने विरोध किया।
सपरिवार बैनामा दाखिल खारिज कराने के लिए मुकदमा दर्ज करा दिया। अजय गुप्ता को मुकदमा के बारे में पता चला तो उसने धर्मेंद्र गुप्ता को दलाली के रुपये देने से मना कर दिया। रुपये हाथ जाते देख उसने बहनोई को सबक सिखाने की ठान ली। वह मौके का इंतजार करने लगा। हत्याकांड वाले दिन उसे पता चला कि बहनोई का बेटा व उसका भांजा राहुल दिल्ली गया है और रात साढ़े 11 बजे बहनोई चौकीदारी करने अकेले गए हैं।
धर्मेंद्र ने अपने घर की बालकनी से उन्हें अकेला जाता देखा तो उसने आवाज लगाकर पूछता कि आप अकेले जा रहे हो, मैं भी आपके साथ टंकी तक चलता हूं और ताला खुलवा देता हूं। वह नीचे आया और सुरेश चंद्र गुप्ता के पैर पर लकड़ी की फंटी से वार किया। वह लड़खड़ाकर जमीन पर गिर गए। फिर उसने सिर पर दो-तीन बार फंटी से वार किया। धर्मेंद्र बहनोई को मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग गया। पुलिस ने आरोपी को जेल भेजा। उसके खिलाफ बरेली के थाना बिनावर, इज्जतनगर, शाहजहांपुर के कटरा में भी पहले रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं।
खुलासा करने वाली टीम में यह रहे शामिल
हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार कंबोज, एसओजी प्रभारी राजेश कौशिक, सर्विलांस प्रभारी धर्वेंद्र कुमार, निरीक्षक अपराध सहंसरवीर सिंह, उपनिरीक्षक अनित कुमार, आदर्श तिवारी, विनोद शर्मा के अलावा हेड कांस्टेबिल लव कुमार, नरेंद्र मौर्य, विनीत कुमार, कुंवरसेन, त्रिवेश कुमार व राहुल चौहान रहे।
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि गांव विजय नगला में चौकीदार करने जा रहे व्यक्ति की हत्या की गई थी। खुलासे के लिए टीमों का गठन किया गया था। व्यक्ति की हत्या उसके सगे साले ने की थी। हत्यारोपी से आलाकत्ल बरामद करके जेल भेजा गया है।
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