लखीमपुर खीरी: अवैध झोपड़पट्टी हटाने के आश्वासन पर थमा हंगामा, 24 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। शहर से सटे गांव सैधरी निवासी अमित भार्गव (38) की मौत के बाद दूसरे दिन सोमवार को भी मामला गर्मा गया। सुबह सात बजे से ही विहिप, बजरंग दल सहित कई हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी गांव पहुंच गए और ग्रामीणों के साथ सरकारी जमीन पर बनी आरोपियों समेत सभी की झोपड़ पट्टी को ध्वस्त कर जमीन खाली कराने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सैधरी बाईपास पर जाम लगाकर जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। सदर विधायक के अवैध झोपड़ पट्टी पर बुलडोजर चलाने समेत अन्य सभी मांगों को पूरा कराने के आश्वासन पर लोग शांत हुए। तब जाकर 24 घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार हो सका।

उल्ल नदी पुल के पास बसी झुग्गी बस्ती में दो पक्षों में मारपीट में रविवार को लखनऊ ले जाते समय घायल अमित भार्गव की मौत के बाद बवाल हो गया था। परिवार वालों और ग्रामीणों ने सैधरी बाईपास पर शव रखकर जाम लगा दिया था। मौके पर पहुंचे शहर कोतवाल हेमंत राय ने जाम खुलवाने की तमाम कोशिशें की थीं, लेकिन परिवार वालों ने पुलिस पर भी कई गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी मांगों पर अड़ गए थे। विहिप, बजरंगदल समेत तमाम हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर घटना की कड़े शब्दों में निंदा की थी और आरोपियों की गिरफ्तारी, अवैध रूप से बसी झुग्गी-झोपड़ी वाली बस्ती को ध्व्स्त कर समेत कई मांगे उठाईं थीं। 

हालात बिगड़ते देख कई थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे सीओ सिटी रमेश कुमार ने कठोर कार्रवाई का भरोसा दिलाकर किसी तरह से देर शाम जाम तो खुलवा दिया था, लेकिन परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से साफ मना कर दिया था। सोमवार की सुबह फिर हिंदूवादी संगठनों के साथ बड़ी संख्या में लोग गांव पहुंच गए। आरोपियों की गिरफ्तारी, पीड़ित पक्ष की रिपोर्ट निरस्त करने और बुलडोजर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। 

परिजनों ने भी शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर इससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। एएसपी पूर्वी पवन गौतम, एसडीएम सदर अश्वनी कुमार सिंह, सीओ आरके तिवारी कोतवाल हेमंत रॉय मौके पर पहुंचे। रात भर मान मनौवल का दौर चला, परिजन टस से मस नहीं हुए। दोपहर बाद सदर विधायक योगेश वर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। शाम करीब चार बजे विधायक के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस की मौजूदगी में परिवार वालों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। सीओ सिटी रमेश कुमार तिवारी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। परिजन ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।  मामला अब शांत है। अगर माहौल बिगड़ने की कोशिश हुई तो पुलिस सख्ती से निबटेगी।

 
सदर विधायक योगेश वर्मा ने बताया कि उल्ल नदी के पुराने पुल पर अवैध कब्जा कर रहने वाले लोग कहां के मूल निवासी हैं, किसी को भी नहीं पता है। शनिवार को मारे गए अमित भार्गव के ताऊ की यही पर आठ साल पहले पेशाब करने को लेकर विवाद में हत्या हुई थी। डेढ़ साल पहले भी इसी पुल पर एक युवक को मार डाला गया था। सारे गलत काम इसी अवैध बस्ती से चल रहे हैं। मैंने प्रशासन से मांग की है कि सीमांकन कराकर सरकारी भूमि को खाली कराएं। इस भूमि पर पार्क और शमशान घाट बनाने का प्रयास किया जाएगा। 

सदर कोतवाल के निलंबन समेत चार मांगों को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
बजरंग दल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एसडीएम सदर अश्वनी कुमार सिंह को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि कोतवाली में मौजूद दरोगा ने रिपोर्ट दर्ज कराने गए पीड़ित को ही लात मारी और भगा दिया। पुलिस ने आरोपियों का खूब बचाव किया, लेकिन हालत अधिक गंभीर होने पर शाम को रिपोर्ट दर्ज की। शहर कोतवाल परिवार वालों से अभद्रता पर उतारू हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई हो। मृतक के परिवार वालों को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए। अवैध बस्ती को तुरंत ध्वस्त किया जाए। पीड़ित परिवार पर दर्ज की गई एफआईआर निरस्त की जाए। सदर कोतवाल हेमंत राय को निलंबित कर विभागीय जांच कराई जाए। यदि मांगे नहीं मानी गईं तो बजरंग दल दोबारा सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगा। ज्ञापन देने वालों में विभाग अध्यक्ष सीतापुर देव जुनेजा, अर्पण शुक्ला, पवन रस्तोगी समेत तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। 

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मृतक के परिवार वालों को बंधाया ढांढस
लखीमपुर खीरी। जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष मोहन चंद्र उप्रेती के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिला और उन्हें सांत्वना दी। मोहन चंद्र उत्प्रेती ने कहा है कि इस मुश्किल की घड़ी में कांग्रेस शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। परिजनों ने बताया कि पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। कांग्रेस प्रवक्ता रवि तिवारी ने कहा कि दलितों के अत्याचार के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। सरकार इसको रोकने में नाकाम निरन्तर असफल रही है। हमारी सरकार से मांग है कि शोकाकुल परिवार को 20 लाख रुपए और परिवार में एक सरकारी नौकरी दी जाए l पीड़ित परिवार की न्याय के लिए कांग्रेस पार्टी हर संभव मदद करेगी। प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से डॉ. रईस अहमद उस्मानी, शक्ति शरण गौतम एडवोकेट, जावेद अली एडवोकेट, रामपाल शाक्य, अमित मिश्रा शामिल रहे।

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