रामपुर : एसडीएम को मांग पत्र सौंपकर, शव का किया अंतिम संस्कार

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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एक करोड़ मुआवजा और फांसी की सजा की मांग की

मिलक, अमृत विचार: ई-रिक्शा चालक भगवान दास की हत्या के मामले में गुस्साए परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर बुधवार को तीन बत्ती चौराहे और विक्रमपुर रोड रेलवे क्रॉसिंग के पास का जाम लगाया। उसके बाद शव गांव पहुंचने पर अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। एसडीएम आनंद कुमार गांव पहुंचे, जहां उनको सात बिंदु मांग पत्र देते हुए एक करोड़ रुपये मुआवजा और आरोपियों को फांसी की सजा की मांग की। जिसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने मामले में दो हत्यारोपियों बाप-बेटे को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, वहां से दोनों जेल चले गए।

परम कल्याणपुर निवासी 55 वर्षीय भगवान दास और उनका पुत्र जितेंद्र ई-रिक्शा में सवारियां लेकर वापस अपने गांव लौट रहे थे। तरब्बा गांव के समीप पहुंचने पर पीछे से आ रहे बाइक सवारों ने हार्न बजाकर साइड से निकलने के लिए कहा तो उनकी कहासुनी हो गई। आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने भगवान दास की गला दबाकर हत्या कर दी। देर रात तक हंगामे के बाद मृतक के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने बाप महेश और बेटे अभिषेक पांडेय सहित तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की थी।

बुधवार को गुस्साए लोगों ने परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर तीन बत्ती चौराहे और विक्रमपुर रोड रेलवे क्रॉसिंग के पास के पास हंगामा किया। इस दौरान कई नेता भी पहुंचने लगे। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। उसके बाद सीओ मिलक राजवीर सिंह परिहार को जानकारी दी। दोपहर बाद शव पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस की मौजूदगी में गांव पहुंचाया। उसके बाद परिजनों में आक्रोश आ गया। शव का अंतिम संस्कार करने  से मना कर दिया। उसके बाद जानकारी मिलने पर एसडीएम आनंद कुमार पहुंचे। उनको मांग पत्र देते हुए कहा कि एससी एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम और हत्या की धाराओं का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलवाया जाए। मृतक के परिवार के एक व्यक्ति को उसकी शिक्षा के अनुसार नौकरी दी जाए। परिवार को एक करोड़ की धनराशि दी जाए। परिजनों को एक सरकारी तीन एकड़ का पट्टा दिया जाए। 10 दिन के अंदर आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया जाए। इसके अलावा कई मुख्य मांग की। मृतक भगवानदास  के नाम बंदूक का लाइसेंस था। उसको तत्काल विरासत के रूप में एक माह के अंदर स्थानांतरित किया जाए। आरोपियों के घर को बुलडोजर से गिरवाया जाए। एसडीएम ने कहा कि इस मांग पत्र को शासन को भेजा जाएगा। उसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले में पुलिस ने बाप-बेटे महेश व  अभिषेक पांडेय को गिरफ्तार के बाद कोर्ट में पेश किया, वहां से दोनों जेल भेजे गए।

जाम की सूचना पर पहुंची कई थानों की पुलिस
ई- रिक्शा चालक की हत्या के बाद बुधवार को लोगों का विक्रमपुर रोड पर रेलवे क्रासिंग के पास जाम लगाने को लेकर लोग एकत्र हो गए। जानकारी मिलने के बाद बिलासपुर, मिलक, खजुरिया सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। उसके बाद जाम लगाने से रोकने लगे।  काफी देर तक मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। लोगों के हटने के बाद ही पुलिस ने राहत की सांस ली। गांव में भी पूरे दिन लोगों की भीड़ एकत्र रही।तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात रहा।

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