लखनऊ : बलरामपुर अस्पताल का डॉक्टर बन नौकरी का दिया झांसा, ठगे 10 लाख
लखनऊ, अमृत विचार। बलरामपुर अस्पताल का डॉक्टर बनकर जालसाज व उसकी पत्नी ने युवती को फंसाया। मेडिकल विभाग में बाबू के पद पर नियुक्ति कराने का झांसा देकर नकद व ऑनलाइन 10.10 लाख रुपये ऐंठ लिए। नौकरी न मिलने पर पीड़िता ने रुपये वापस मांगे तो आरोपी ने तीन साथियों के साथ मिलकर छेड़छाड़ की। पारा पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
मूल रूप से रायबरेली निवासी युवती पारा में परिवार संग रहती है। पीड़िता ने बताया कि नवंबर 2020 में बलरामपुर अस्पताल में उसकी मुलाकात डॉक्टर नर नारायण उपाध्याय से हुई। बातचीत में आरोपी ने खुद को आर्थोपेडिक विभाग में तैनात होना बताया। मुलाकात बढ़ने पर आरोपी ने नौकरी दिलवाने की बात कही। कहा कि सरकार व वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छी पैठ है। जिसके चलते आसानी से मेडिकल विभाग में नौकरी मिल जाएगी।
हामी होने पर आरोपी ने 10 लाख की मांग की थी। पीड़िता ने 3 लाख डॉक्टर की पत्नी गिरजा के खाते में ट्रांसफर किए थे। जबकि 7.10 लाख नकद डॉक्टर को नकद दिए थे।
पीड़िता ने पूरा भुगतान 2 मई 2022 तक किया था। इसके बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली। पीड़िता ने रुपये वापस मांगे तो आरोपी ने रिटायरमेंट की बात कही। बोला कि अब वह एसजीपीआई में तैनात है। आरोपी ने 8 जून को मिलने बुलाया। पीड़िता जब पहुंची तो आरोपी डॉक्टर व उसके तीन साथियों ने उनसे छेड़छाड़ की। विरोध पर तमंचा दिखाकर गोली मारने की धमकी दी। पीड़िता ने मामले की शिकायत पारा थाने में की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर नर नारायण उपाध्याय, उनकी पत्नी गिरजा व तीन-चार अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
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