मुख्य सचिव एसपी.गोयल : दोषी अधिकारी पर हो कार्रवाई, लेकिन पहले जांच हो सख्त
लखनऊ, अमृ़त विचार । मुख्य सचिव एसपी.गोयल ने जनसुनवाई पोर्टल, बाढ़ राहत और हर घर तिरंगा अभियान आदि की समीक्षा कर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान मुख्य सचिव ने जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के कड़े निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि किसी अधिकारी के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों की जांच कम से कम एक स्तर उच्च अधिकारी से कराई जाए और शिकायत सही पाये जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि अधीनस्थ अधिकारी द्वारा प्रस्तुत निस्तारण आख्या का स्वयं परीक्षण करने के बाद ही स्पेशल क्लोज की कवायद की जाए। जिला स्तर पर एडीएम, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट, एएसपी, डीसीपी व अन्य अधिकारी को आख्या की गुणवत्ता जांचने के लिए नामित किया जाये। शिकायतकर्ता की संतुष्टि को प्राथमिकता दी जाए और त्रुटिपूर्ण स्पेशल क्लोज पाए जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध एक्शन लिया जाए।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संवेदनशीलता के साथ पहुंचाएं मदद
मुख्य सचिव ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की नियमित मॉनीटरिंग की जाए। आवश्यकतानुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाद्यान्न व लंच पैकटों का वितरण किया जाए। बाढ़ के दौरान हुई फसल क्षति का आंकलन तेजी से कर लिया जाए, जिससे शीघ्र मुआवजा किसानों को भेजा जा सके। जिन क्षेत्रों में जलस्तर कम हो गया है, वहां सफाई अभियान चलाया जाये।
जिन भवनों में फसाड लाइटिंग हैं, उन्हें तिरंगा थीम पर करें
मुख्य सचिव ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान का तृतीय चरण आज से प्रारम्भ हो गया है। शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी भवनों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, कार्यालयों, बाधों, पुलों आदि को 15 अगस्त तक तिरंगा लाइटिंग से प्रकाशित किया जाये। जिन भवनों में फसाड लाइटिंग हैं, उन्हें तिरंगा थीम पर परिवर्तित कराया जा सकता है। वालंटियर्स को सक्रिय कर हर घर तिरंगा पोर्टल पर अधिक से अधिक संख्या में सेल्फी अपलोड करायी जाए।
