घुसपैठियों को निकालने में अधिवक्ताओं को देना होगा योगदान, बोले ब्रजेश पाठक- राजनीतिक कारणों से पूर्व सरकारों में मतदाता सूची में रही अनियमितताएं
लखनऊ, अमृत विचारः चुनाव आयोग द्वारा चलाया जा रहा विशेष पुनरीक्षण अभियान भारतीय लोकतंत्र की शुद्धता से जुडा हुआ है। भारतीय कानून व सख्त नियम बनाकर घुसपैठियों को देश से बाहर निकल कर राष्ट को बचाने में अधिवक्ताओं काे महत्वपूर्ण योगदान देना होगा और राष्ट्र को बचाने की जिम्मेदारी है। भारत देश में करीब पांच करोड़ घुसपैठिये है। यह बातें बाबा साहेब डॉ. भीमराव राम आंबेडकर अधिवक्ता मिलन की ओर से आयोजित ‘मतदाता पुनरीक्षण राष्ट्रहित में अनिवार्यता’ विषयक गोष्ठी में उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने कहीं।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए अधिवक्ताओं को नागरिकों का सहयोग करते हुए मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि राजनीतिक कारणों से पूर्व सरकारों में मतदाता सूची में अनियमितताएं रहीं और फर्जी नाम जोड़े जाते रहे। अपर महाधिवक्ता सूर्य मणि सिंह रैकवार और वरिष्ठ अधिवक्ता गिरीश चंद्र वर्मा ने कहा कि अधिवक्ताओं की जिम्मेदारी है कि वे अपने क्षेत्र के नागरिकों के फॉर्म सही ढंग से भरवाने में मदद करें और किसी भी फर्जी मतदाता की जानकारी बीएलओ को लिखित रूप से उपलब्ध कराएं, जिससे लोकतंत्र मजबूत हो। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघ चालक कृष्ण मोहन ने कहा कि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण और कड़े कानूनों के क्रियान्वयन से निष्पक्ष और पारदर्शी मतदाता सूची सुनिश्चित की जा सकती है। कार्यक्रम का संचालन मिलन प्रमुख मृत्युंजय प्रताप सिंह ने किया। गोष्ठी में सह प्रमुख अम्बरीष वर्मा, अधिवक्ता श्रेणी अवध प्रांत के शैलेन्द्र सिंह राजावत, आलोक कुमार श्रीवास्तव, मनोज कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह, हरीशंकर मौर्य, अल्पना श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे।
