फैजुल्लागंज में जलभराव से मामा कॉलोनी में फैल रहा संक्रामक रोग, उल्टी दस्त के दो और बुखार के 14 नए मरीज मिले
लखनऊ, अमृत विचार : फैजुल्लागंज चतुर्थ के मामा कॉलोनी में जलभराव की वजह से संक्रामक रोग फैल रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चे पानी से होकर गुजरने के लिए मजबूर हैं। खाली प्लॉटों में भी जलभराव है। सोमवार को बुखार के 14 और उल्टी-दस्त के दो मरीज मिले हैं।
मामा कॉलोनी में बीमारी फैलने की सूचना पर सोमवार को उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. निशान्त निर्वाण, सीएचसी अलीगंज अधीक्षक डॉ. विनय कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी रितु श्रीवास्तव ने टीम के साथ कॉलोनी का भ्रमण किया। टीम में 180 घरों का सर्वे किया गया। जिसमें सामान्य बुखार के पांच मरीज मिले हैं। जिन्हें दवा वितरित की गई।
18.jpg)
टीम ने डायरिया का कोई रोगी न मिलने का दावा किया। जबकि पीएचसी दाऊदनगर में सोमवार को उल्टी-दस्त से पीड़ित दो मरीज गोविंद (21), रामसुमिरन यादव (25) दवा लेने के लिए पहुंचे। इसके आलावा बुखार से पीड़ित नौ मरीज निशा (25), दीपांशी (5), अभिषेक (17) अदीवा (5), आनंद (24), तेजपाल (30), राम मिलन (20) और जुड़वा भाई-बहन जूही (3), व फरमान (3) को इलाज के लिए लाया गया। टीम द्वारा जलभराव वाले स्थानों पर एण्टी लार्वा रसायन का छिडकाव किया गया।
कॉलोनी में नहीं पहुंची एमएमयू
समाजवादी नेता ममता त्रिपाठी ने स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों पर आरोप लगाया कि मामा कॉलोनी में बीमारी फैली है। सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) के साथ क्षेत्र में पहुंचकर मरीजों का इलाज करने का दावा किया।
17.jpg)
जबकि एमएमयू मामा कॉलोनी में ले जाने के बजाय शिव शक्ति नगर कॉलोनी में लगा दी गई। इससे मरीजों को जानकारी न होने के कारण उन्हें इलाज का लाभ नहीं मिल सका। सपा प्रवक्ता पूजा शुक्ला ने भी मां कॉलोनी पहुंचकर मरीजों का हाल जाना।
जानकीपुरम में डायरिया के तीन नए मरीज मिले
जानकीपुरम के सेक्टर-7 में सोमवार को भी डायरिया के दो सगे भाई बहन समेत तीन नए मरीज मिले हैं। जिन्हें भर्ती कराया गया हैं। हालांकि, सीएमओ ने भर्ती से इनकार किया है। उनका दावा है कि इलाके में लगे शिविर में नौ मरीज इलाज के लिए आए। इसमें डायरिया के हल्के लक्षण वाला बच्चा था। डॉक्टरों ने दवा देकर उसे वापस कर दिया। सीएमओ का कहना है इलाके में हालात अब पूरी तरह से काबू में हैं। सोमवार को कोई नया मर्ज भर्ती नहीं किया गया।
18.jpg)
जानकीपुरम सेक्टर 7 में पिछले दस दिन से डायरिया फैला हुआ है। डायरिया से एक मरीज की जान जा चुकी है। जबकि कई लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। सोमवार को इलाके में लगे शिविर में नौ मरीज इलाज के लिए आए। इसमें डेढ़ साल का बच्चा अयाज को उल्टी-दस्त आ रहे थे। डाॅक्टरों ने बच्चे को दवा देकर घर भेजा है। स्वास्थ्य में सुधार न होने पर अस्पताल में भर्ती की बात कही है। वहीं तीन नए मरीज जानकीपुरम ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हुए हैं।
जानकीपुरम सेक्टर आठ के रहने वाले सगे भाई बहन अर्जुन सिंह (15), सरिता (12) भर्ती हैं। वहीं सबा परवीन (28) भी भर्ती हैं। डॉक्टरों की टीम मरीजों का इलाज कर रही है। वहीं इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरे दिन डटी रही। लोगों को दवा वितरण संग पानी में क्लोरीन मिलाकर पीने की सलाह दी गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 198 घरों का सर्वे किया। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है टीम इलाके में दवा वितरण संग एंटी लार्वा का छिड़काव कर रही है। इलाके में हालात अब पहले से सामान्य हैं।
ये भी पढ़े : लखनऊ मेल का फ्लश हुआ ओवरफ्लो: यात्री ने शिकायत कर बतायी सच्चाई, पैसेंजर्स का बैठना मुहाल
