सीधे स्कैन और भुगतान! किसानों के स्मार्ट फोन से रोकेंगे कालाबाजारी और ओवर रेटिंग
लखनऊ, अमृत विचार। किसानों के स्मार्ट फोन प्रदेश में खाद की कालाबाजारी और ओवर रेटिंग पर अंकुश लगाने का हथियार बनेंगे। किसान व उपभोक्ता उर्वरक खरीदने पर मोबाइल फोन से सीधे स्कैन कर भुगतान कर सकेंगे। इससे लेन-देन की प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, सुरक्षित एवं सुगम होगी। खाद माफिया की कारगुजारी पर भी नकेल कसने के लिए व्यवस्था को सबूत मिलेगा।
ताजा सरकारी व्यवस्था के अनुसार, राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय बहुद्देशीय प्रारंभिक कृषि ऋण समितियों (एम-पैक्स) पर भी अब क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान किया जा सकेगा। सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने बीते दिनों उप्र. कोआपरेटिव बैंक मुख्यालय में एम-पैक्स क्यूआर कोड प्रणाली की शुरुआत कर दी है।
इस व्यवस्था का सबसे अधिक लाभ पैक्स से जुड़े किसानों को होगा। वह खाद, बीज, कीटनाशक तथा अन्य वस्तुओं की खरीद करने के बाद क्यूआर कोड के माध्यम से वास्तविक मूल्य का भुगतान एम-पैक्स को कर सकेंगे। मौजूदा समय में सक्रियता के साथ काम कर रहे 6800 पैक्स पर तत्काल क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान शुरू कराने के निर्देश दिए गए हैं।
