मतदेय स्थलों पर अब लंबी नहीं होगी वोटर्स की लाइन, हर polling place पर 1500 मतदाताओं के मानक को कम कर 1200 किया

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं का शतप्रतिशत सत्यापन हो

लखनऊ, अमृत विचार: भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए प्रति मतदेय स्थल पर 1500 मतदाताओं के मानक को कम कर अब 1200 मतदाता कर दिया है। इससे अब चुनाव के दिन मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की भीड़ कम होगी और लंबी लाइनें नहीं लगेंगी। अब चुनाव के दौरान मतदाता मतदेय स्थल पर ज्यादा देर तक प्रतीक्षा किए बगैर आसानी से अपना मत डाल सकेंगे।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस बाबत जानकारी साझा करते हुए कहा कि मतदाता सूची भी बड़ी नहीं होगी और बीएलओ के लिए मतदाता सूची का सत्यापन एवं रखरखाव करना आसान हो जाएगा। इन सभी कार्यों से मतदाताओं को मतदान को लेकर सुविधा होगी और एक सुखद अनुभूति होगी। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी मतदेय स्थलों पर न्यूनतम आश्वासित सुविधाएं उपलब्ध कराईं जाए, जिसमें पीने का साफ पानी, महिला एवं पुरुष मतदाताओं के लिए अलग-अलग शौचालय, पर्याप्त फर्नीचर की व्यवस्था, मतदेय स्थल पर पर्याप्त बिजली की व्यवस्था, दिव्यांग मतदाताओं की व्हीलचेयर के लिए मतदेय स्थल पर स्थायी रैम्प उपलब्ध हो।

वहीं, अयोध्या जिले को लेकर उन्होंने बताया कि, अभी 99 प्रतिशत मतदेय स्थलों पर ही यह सुविधाएं उपलब्ध है, जहां कहीं पर भी कोई कमी है उसे यथाशीघ्र पूरा कराया जाए। उन्होंने कहा कि 83 साल की आयु से अधिक उम्र के सभी वयोवृद्ध मतदाताओं का शत् प्रतिशत सत्यापन कराया जाय, जिससे ऐसे मतदाताओं की वास्तविक संख्या का पता चल सके जो 2027 के आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान 85 वर्ष से अधिक आयु के होंगे जिससे वर्ष 2027 के चुनाव में घर पर रहकर वोट डालने के लिए पात्र अधिकतम मतदाताओं की संख्या का सही आंकलन किया जा सके।

महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश

आगामी विधान सभा निर्वाचन के मद्देनजर मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित एवं शुद्ध बनाने की कवायद तेज होने वाली है। आयोग ने मतदाता सूचियों में मतदाताओं की धुंधली, काली, अस्पष्ट तथा मानक के अनुरूप न पाये जाने वाली फोटो को यथाशीघ्र हटा कर उनके स्थान पर स्पष्ट व मानकानुसार फोटो अपलोड करने और दोहरी प्रविष्टियों को हटाने व मतदाताओं के मकान संख्या को सही से अंकित कराये जाने के निर्देश दिये। दरअसल, वर्तमान मतदाता सूचीयों में मतदाताओं के नामों में त्रुटि होने, मतदाता की फोटो त्रुटिपूर्ण होने, मकान नम्बर की जगह शून्य दर्ज होने जैसे उदाहरण सामने आए हैं, ऐसे में सभी बीएलओ से उम्मीद की गई है कि ऐसी त्रुटियों को सही कराने के लिए मतदाताओं से फार्म-8 भरवाकर एक माह के भीतर मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाने के निर्देश दिये। खासकर अयोध्या जिले के लिए यह भी कहा गया है कि जनसंख्या के लिंगानुपात के अनुरूप मतदाता सूची में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ायी जाए।

17 सितम्बर जा सकेंगे दावे और आपत्तियां

लखनऊ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि मऊ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से सम्बन्धित सभी मतदाता अपना नाम मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उप्र. लखनऊ की वेबसाइट (ceouttarpradesh.nic.in) पर देख सकते हैं। जो व्यक्ति अर्हता तिथि 01 जुलाई को या उससे पूर्व अर्ह हो चुके हैं और उनका नाम किसी कारणवश प्रकाशित आलेख्य नामावली में अभी शामिल नही हो पाया है, तो निर्वाचक नामावली में नाम शामिल किए जाने को अपना आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि 356-मऊ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में दावे और आपत्तियां 17 सितम्बर, तक प्राप्त की जाएंगी।

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