घटने लगा यमुना का जलस्तर..लेकिन नहीं थम रहा बारिश का दौर, IMD ने जारी किया अलर्ट 

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Published By Anjali Singh
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दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को तेज हवाएं चलने और बारिश होने की संभावना है। यहां न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत से 1.7 डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 87 प्रतिशत दर्ज किया गया। 

मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 79 रहा, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है। 

खतरे के निशान के नीचे आया यमुना का जलस्तर

दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर सोमवार सुबह सात बजे खतरे के निशान से नीचे 205.22 मीटर पर दर्ज किया गया। एक दिन पहले, रविवार को जलस्तर 205.33 मीटर था। पानी का स्तर पिछले बृहस्पतिवार को 207.48 मीटर तक पहुंच गया था, जो इस मौसम का सबसे उच्चतम स्तर था। इसके बाद से जलस्तर में गिरावट आ रही है। सोमवार सुबह छह बजे जलस्तर 205.24 मीटर दर्ज किया गया। 

राष्ट्रीय राजधानी के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर व खतरे का निशान 205.33 मीटर है, जबकि जलस्तर के 206 मीटर तक पहुंचने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया जाता है। रविवार रात नौ बजे जलस्तर 205.33 मीटर दर्ज किया गया था। नदी मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गई थी, जिसके कारण पुराने रेलवे पुल पर आवाजाही बंद कर दी गई थी। मौजूदा स्थिति के कारण लगभग 10,000 लोगों विस्थापित किया जा चुका है। 

पुराने पल पर दिखने लगा असर 

पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नजर रखने के लिए एक प्रमुख अवलोकन बिंदु के रूप में काम करता है। पिछले कुछ दिनों में, नदी के किनारे के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। नदी के पास निचले इलाकों से निकाले गए लोगों के अस्थायी आवास के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मयूर विहार क्षेत्रों में शिविर लगाए गए हैं। मोनेस्ट्री बाजार, मदनपुर खादर और यमुना बाजार जैसे इलाकों में बाढ़ आ गई है, जिससे लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है। 

 

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