बाराबंकी में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से डूबा चौरारी पुल, बंद हुआ आवागमन
बाराबंकी, अमृत विचार। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से शांत रहने वाली चौरारी नदी में भी उफान आ गया है। प्रशासन ने बेहड़ा रपटा पुल के पानी में डूबने से आवागमन रोक दिया है। नतीजा यह कि स्थानीय वासियों को तीन किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। बताते चलें कि सीतापुर के रामपुर मथुरा से होकर मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र के छेदा होते हुए निकली चौरारी नदी फिर सरयू में जाकर मिल गई है। आमतौर पर शांत दिखने वाली यह नदी अचानक चर्चा में तब आ गई जब छेदा से रामपुर मथुरा को जाने वाले मार्ग पर बना बेहडा रपटा पुल एक दिन पहले पानी में डूब गया।
सरयू नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से यह स्थिति सामने आई है। प्रशासन ने बाराबंकी के हिस्से में आने वाली नदी पर बने पुल के डूबने से वाहनों व लाेगों का आना जाना बंद करवा दिया है ताकि कोई हादसा न सामने आए। हालांकि आवागमन बंद होने से अब लोगो को तीन किलोमीटर घूम कर जाना पड़ रहा है। गुरुवार को पूरा पुल पानी में डूबा नजर आया। एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने बताया कि पुल पर पानी का बहाव तेज होने के कारण आवागमन पूर्णतया बंद है। मौके पर सुरक्षा की दृष्टिगत कर्मचारियों व गोताखोर भी तैनात हैं।
बढ़ने लगा सरयू नदी का जलस्तर
कई बार बढ़ घटकर तराईवासियों को डरा चुकी सरयू नदी का जलस्तर फिर लाल निशान से ऊपर चला गया है। नदी का खतरे के निशान 106.070 है और गुरुवार की शाम जलस्तर 106.210 तक पहुंच गया है। धीमी गति से ही सही लेकिन जलस्तर का बढ़ना जारी है।
अभी शारदा, गिरिजा व बनबसा बैराज से पानी छोड़े जाने की सूचना नहीं है इसलिए नदी का लेवल बढ़ने की वजह पहाड़ों पर बारिश मानी जा रही है। बहरहाल स्थिति डराने वाली नहीं है लेकिन तराई वासी नदी पर नजर बनाए हुए हैं। उधर नदी किनारों पर लगातार कटान कर रही और जमीन, खेत मकान लीलती जा रही है।
