बरेली: हाथी छोड़ साइकिल पर सवार हुए विजय पाल
अमृत विचार, बरेली। अखिलेश यादव के दौरे से पहले समाजवादी पार्टी ने बसपा और भाजपा को झटका दिया है। फरीदपुर के दलित नेता व बसपा के पूर्व विधायक विजयपाल सिंह ने शनिवार को सपा का दामन थाम लिया। लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विजय पाल सिंह और …
अमृत विचार, बरेली। अखिलेश यादव के दौरे से पहले समाजवादी पार्टी ने बसपा और भाजपा को झटका दिया है। फरीदपुर के दलित नेता व बसपा के पूर्व विधायक विजयपाल सिंह ने शनिवार को सपा का दामन थाम लिया। लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विजय पाल सिंह और उनकी पत्नी सुनीता सिंह पूर्व ब्लाक प्रमुख को सदस्यता ग्रहण कराई।
इधर, नवाबगंज में पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने भी तमाम भाजपाइयों को सपा में शामिल कराकर अपनी ताकत दिखाई है। बहेड़ी के एक प्रमुख बसपा नेता भी हाथी की सवारी छोड़ साइकिल पर सवार होने को तैयार हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो 21 जनवरी को अखिलेश यादव मंडलीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने आने वाले हैं। इसलिए पार्टी अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी है।
विजयपाल सिंह ने कहा कि बसपा अब राजनीतिक पार्टी नहीं बल्कि उद्योग धंधा चलाने वाली पार्टी बनकर रह गई है। दलित समाज वर्ग बसपा में परेशान है। बसपा की गलत नीतियों की वजह से वह सपा में शामिए हुए हैं। सपा ही सभी वर्गों का भला करने वाली इकलौती पार्टी है।
जिला अध्यक्ष अगम मौर्य ने कहा पार्टी की बढ़ती ताकत इस बात का प्रतीक है 2022 में सरकार पुनः बनेगी। इस दौरान जिला महासचिव सत्येंद्र यादव ने भी विचार व्यक्त किए। पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने भी नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को तगड़ा झटका देने की तैयारी की है। शुक्रवार को हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने परमेश्वर दयाल, फकीर चन्द्र, नत्थूलाल, प्रांजय देव राठौर, अजयपाल, सुनील कुमार, अभिषेक आदि भाजपाइयों को सपा में शामिल किया है।
