सिद्धार्थनगर: जिला पंचायत सदस्य के पति का आडियो वायरल, कहा- न मैं विकास दुबे हूं, न मेरी गाड़ी…

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सिद्धार्थनगर। मैं विकास दुबे नहीं हूं, न तो मेरी गाड़ी पलटेगी और न ही मैं पलटूगा। पुलिस और प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मोनू दूबे ने एक आडियो जारी किया है। कहा सरकार और प्रशासन के दबाव में आकर मैं पलटने वाला नहीं हूं। पत्नी के जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रस्तावक बनने की …

सिद्धार्थनगर। मैं विकास दुबे नहीं हूं, न तो मेरी गाड़ी पलटेगी और न ही मैं पलटूगा। पुलिस और प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मोनू दूबे ने एक आडियो जारी किया है। कहा सरकार और प्रशासन के दबाव में आकर मैं पलटने वाला नहीं हूं। पत्नी के जिला
पंचायत अध्यक्ष का प्रस्तावक बनने की वजह से पुलिस उत्पीडऩ कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने घर पहुंचकर गाड़ी उठवा लिया और कुछ भी कर सकती है। मगर पर्चा वापस नहीं होगा। यह आडियो तेजी से सोशल मीडिया के फेसबुक पेज से वायरल हो रहा है।

दरअसल जिला पंचायत अध्यक्ष के पद के लिए सपा समर्थित प्रत्याशी पूजा यादव ने शानिवार को नामाकंन पत्र दाखिल किया। उनकी प्रस्तावक सपा नेता मोनू दुबे की पत्नी अंकिता दुबे हैं। मोनू का आरोप है कि प्रस्तावक बनने से रोकने का बहुत प्रयास किया गया। जब हम नहीं डिगे तो रविवार सुबह खेसरहा थाने की पुलिस फोर्स घर पहुंची और दबाव बनाने लगी। घर के सामने खड़े वाहनों को उठा ले गई। हर प्रकार से उत्पीडऩ करने का कोशिश किया जा रहा है। मोनू ने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए पुलिस की एक फोटो शेयर की और लिखा कि गाड़ी ही क्यों ले जा रहे हो साहब मेरे परिवार के एक सदस्य को भी ले जाओ, उसे थाने या फिर जेल में डाल दो।

जेसीबी लाए हो तो घर भी गिरा दो। मैं ब्राह्मण होने का दंश झेल रहा हूं। लेकिन मैं गैगस्टर विकास दुबे नहीं हूं। न मेरी गाड़ी पलटने वाली है और न मैं पलटने वाला हूं। कुछ भी कर लो पर्चा वापस नहीं होगा। हमारी पत्नी अंकिता दुबे सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रत्याशी पूजा यादव की प्रस्तावक हैं और रहेंगी। मोनू का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस संबंध में एएसपी सुरेशचंद रावत ने बताया कि गाड़ी से संबंधित कोई मामला था। एआरटीओ के साथ पुलिस गई थी। वहीं एसएचओ खेसरहा रविंद्र सिंह ने बताया कि गाड़ी पर नंबर नहीं था। कुछ कमियां थी। इसलिए गाड़ी को थाने पर लाया गया है।

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