बरेली: निर्माण एजेंसियों ने नहीं लगवाईं धूल नियंत्रण की मशीनें
बरेली, अमृत विचार। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सख्त निर्देश के बावजूद अब तक सेतु निगम, जल निगम ने अपनी कार्य स्थलों पर इन मशीनों को नहीं लगाया है। ऐसा न करने पर उनपर कार्रवाई भी नहीं की जा रही है। बरेली समेत प्रदेश के 16 ऐसे जिले हैं, जो प्रदूषण की सूची में सबसे ऊपर …
बरेली, अमृत विचार। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सख्त निर्देश के बावजूद अब तक सेतु निगम, जल निगम ने अपनी कार्य स्थलों पर इन मशीनों को नहीं लगाया है। ऐसा न करने पर उनपर कार्रवाई भी नहीं की जा रही है। बरेली समेत प्रदेश के 16 ऐसे जिले हैं, जो प्रदूषण की सूची में सबसे ऊपर मिले हैं। इसको लेकर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की लखनऊ से आई टीम ने निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए थे कि प्रदूषण को रोकने के लिए धूल नियंत्रण के लिए मशीनें लगाई जाएं। ऐसा न करने वालों पर जुर्माना ठोंका जाएगा।
भारत सरकार के केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) लखनऊ परिक्षेत्र के डायरेक्टर डा. देवेंद्र कुमार सोनी ने अधिकारियों के साथ कुछ दिन पहले बैठक करके वायु प्रदूषण की रोकथाम करने के निर्देश दिए थे। निर्माणधीन कार्यों को देख उन्होंने नाराजगी जताई और निर्माण एजेंसियों को धूल नियंत्रण मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया था कि देश में करीब 110 नगर ऐसे हैं, जहां मानक से अधिक प्रदूषण मिला है। इनमें यूपी के बरेली भी शामिल हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन नगरों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्लान बनाया है। उन्होंने स्थानीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के माध्यम से नगर निगम, सिंचाई विभाग, परिवहन विभाग, वन विभाग, पेयजल निगम, निर्माण विभागों को प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। शहर में ओवरब्रिज निर्माण से लेकर सीवर ट्रंक लाइन बिछाने और अन्य निर्माण के कार्य चल रहे हैं। ऐसे में सीपीसीबी के डायरेक्टर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि वायु प्रदूषण की रोकथाम करना जरूरी है लेकिन अभी तक निर्देशों का अनुपालन अब तक नहीं हुआ है। निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि निर्माण स्थलों पर प्रदूषण कम करने के लिए पानी का छिड़काव कराया जा रहा है।
चौपुला, अलखनाथ मंदिर रोड सहित कई जगहों पर उड़ती रही है धूल
सेतु निगम चौपुला पर फ्लाईओवर का निर्माण करा रहा है। यहां दिनभर धूल उड़ती रहती है। इससे आसपास के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उसके आगे स्टेशन रोड पर अलखनाथ मंदिर की ओर भी ट्रंक सीवर लाइन बिछाने का काम काफी समय से चल रहा है। यहां दिनभर धूल के गुबार उड़ते रहते हैं। इससे दमा व स्वांस रोगियों काफी परेशानी हो रही है। धूल उड़ने से संक्रमण का खतरा भी बना रहता है। इ
धर खुर्रम गौंटिया के पास भी सड़क का निर्माण काफी समय से नहीं कराया जा सका है। पानी का नियमित छिड़काव न होने से यहां भी लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। यही हाल लालफाटक ओवरब्रिज के पास का भी है। सेतु निगम के परियोजना अधिकारी वीके सेन का कहना है कि जिन जगहों पर काम चल रहा है, वहां पानी का छिड़काव किया जा रहा है। जल निगम के अधिशासी अभियंता संजय सिंह ने बताया कि ठेकेदार को पानी का छिड़काव करने के निर्देशित किया गया है।
