स्पेशल न्यूज

लखनऊ की ट्रैफिक लाइट कन्फ्यूज्ड: रोज बदल रहे यातायात के नियम, बैरिकेडिंग के इर्द-गिर्द घूमता ट्रैफिक
ट्रेंड गाइड के साथ पर्यटक-श्रद्धालु करेंगे लखनऊ भ्रमण: जल्द संचालन की तैयारी , परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के निर्देश
माइक्रोसॉफ्ट के बाद अमेज़न का ऐलान, 2030 तक भारत में 35 बिलियन डॉलर के निवेश, जानिए क्या है कंपनी का  मास्टर प्लान 
बचपन में यौन हिंसा की शिकार हुईं 100 करोड़ से ज्यादा महिलाएं..., लैंसेट की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
Mission Shakti: आर्थिक स्वावलंबन में ‘आत्मनिर्भर दीदी’ बनी नई पहचान... मिशन शक्ति ने बदली यूपी की लाखों बहनों की ज़िंदगी

Maya

हल्द्वानी: माया ने अपनी बकरी को बुलाया तो उधर से आई आवाज... बचा लो

क्रिकेट खेलने जा रहे युवकों ने दी पुलिस की सूचना, कट्टे में उठा ले गए अस्पताल 
उत्तराखंड  हल्द्वानी  Crime 

अयोध्या : पांच शिक्षकों समेत तीन शिक्षामित्रों का वेतन रोका

अमृत विचार, अयोध्या। विद्यालय में अनुपस्थित पाये जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मया बाजार व सोहावल के पांच शिक्षकों का वेतन और तीन शिक्षामित्रों का एक दिन का मानदेय रोक दिया है। साथ ही एक सप्ताह के अंदर...
उत्तर प्रदेश  अयोध्या 

लखनऊ: यूपी में इस बार भी प्रत्याशी नहीं बल्कि योगी, माया और अखिलेश के चेहरे पर हुआ मतदान

लखनऊ। राजधानी की नौ विधानसभा क्षेत्र में लोकतंत्र का महापर्व बुधवार को संपन्न हो गया। करीब 60 फीसदी मतदाताओं ने पूरे जोशो खरोश के साथ मतदान किया। जिसका नतीजा रहा कि पिछली बार के मुकाबले इस बार राजधानीवासी ज्यादा तादाद में मतदान करने निकले। वैसे तो राजधानी की नौ सीटों पर 105 प्रत्याशियों के बीच …
उत्तर प्रदेश  लखनऊ  Election 

रायबरेलीः गोकना घाट पर फैली गंदगी, मैला दिखा गंगा मैया का आंचल, जानें वजह

रायबरेली। चारों तरफ बदबूदार गंदगी का अम्बार, खाद्य सामग्री का फैला कीचड़, पूरे गंगा तट को मैला कर गया है। तीन दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेला शनिवार को सम्पन्न हुआ तो दुर्व्यवस्था का मंजर देखकर गंगा मां का आंचल मैला दिखा। दो साल बाद क्षेत्र के गोकना गंगा घाट पर तीन दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेला संपन्न …
रायबरेली 

बाले! तेरे बाल-जाल में कैसे उलझा दूँ लोचन?

छोड़ द्रुमों की मृदु छाया, तोड़ प्रकृति से भी माया, बाले! तेरे बाल-जाल में कैसे उलझा दूँ लोचन? भूल अभी से इस जग को! तज कर तरल तरंगों को, इन्द्रधनुष के रंगों को, तेरे भ्रू भ्रंगों से कैसे बिधवा दूँ निज मृग सा मन? भूल अभी से इस जग को! कोयल का वह कोमल बोल, …
साहित्य