बेसहारा मवेशियों के लिए शहजादपुर गांव के किसानों ने किया चंदा इकट्ठा

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

रायबरेली। बेसहारा मवेशियों से तंग शहजादपुर गांव के किसानों ने गांव से चंदा इकट्ठा कर कंटीले तारों से गांव के पास एक बाग में घेरा बनाया और उसके बाद सभी ने मिलकर गांव के आसपास विचरण कर रहे मवेशियों को उसमें बंद कर दिया। इसकी सूचना तहसील के अधिकारियों को दी। सूचना के बावजूद भी …

रायबरेली। बेसहारा मवेशियों से तंग शहजादपुर गांव के किसानों ने गांव से चंदा इकट्ठा कर कंटीले तारों से गांव के पास एक बाग में घेरा बनाया और उसके बाद सभी ने मिलकर गांव के आसपास विचरण कर रहे मवेशियों को उसमें बंद कर दिया। इसकी सूचना तहसील के अधिकारियों को दी। सूचना के बावजूद भी कोई भी अधिकारी मवेशियों की सुध लेने नहीं आया। ऐसे में घेरे में कैद  मवेशी पांच दिन से भूख प्यास से तड़प रहे हैं।

बीते शुक्रवार को शहजादपुर, चंदलाही गांव के किसानों ने मिलकर खेतों की फसल को नष्ट कर रहे मवेशियों को एकत्र कर लिया। और कटीले तारों का बाड़ा बनाकर उसमें कैद कर दिया। जिसके बाद सूचना एसडीएम से लेकर सहायक विकास खंड अधिकारी तक को दी।

सूचना के बावजूद कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मवेशियों को गौशाला ले जाने की बात दूर देखने तक नहीं गया। एक दो दिन तो गांव के किसानों ने बाड़े में बंद निराश्रित मवेशियों को पुआल और पानी की व्यवस्था कराई। उसके बाद वह भी बंद कर दिया। दर्द भरी रातों में कड़ाके की ठंड के बीच बेसहारा मवेशी भूख और प्यास से बेजान हो रहे हैं।

सहायक विकास खंड अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि दौलतपुर गांव में गौशाला बनाए जाने का इंतजाम कराया जा रहा है। तब तक बाड़े में बंद मवेशियों के लिए चारा पानी की व्यवस्था कराई जा रही है।

सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में आहार घोटाले में 14 अधिकारियों को पाया गया दोषी

जिला स्थित सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में मरीजों को पिछले 15 सालों से बिना टेंडर के आहार देने वाली फर्म के सेवा विस्तार मामले में शासन की जांच के बाद 14 अधिकारियों को जांच में दोषी पाया गया है। कुलपति डॉ.रमाकांत यादव ने गुरूवार को बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट मिल गई है।

पूरी खबर पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें- सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में आहार घोटाले में 14 अधिकारियों को पाया गया दोषी

संबंधित समाचार