मुरादाबाद : आयुष्मान कार्ड बनाने में जिले को मिली 18वीं रैंक

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मुरादाबाद,अमृत विचार। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में जिले की प्रदेश में रैंक सुधरी है। कार्ड बनाने में प्रगति बढ़ने से प्रदेश में जिले की रैंक बढ़कर 18वीं हो गयी है। पहले जिले की रैंक नीचे गिरकर 74वें पर आ गयी थी। अब विशेष अभियान में योजना का गोल्डेन कार्ड बनने से प्रगति में …

मुरादाबाद,अमृत विचार। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में जिले की प्रदेश में रैंक सुधरी है। कार्ड बनाने में प्रगति बढ़ने से प्रदेश में जिले की रैंक बढ़कर 18वीं हो गयी है। पहले जिले की रैंक नीचे गिरकर 74वें पर आ गयी थी। अब विशेष अभियान में योजना का गोल्डेन कार्ड बनने से प्रगति में सुधार आया है।

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का गोल्डेन कार्ड बनाने में मुरादाबाद जिले ने तेजी से प्रगति की है। चंद महीने पहले तक रैंक में निचले पायदान पर रहने से हुई किरकिरी और उच्चाधिकारियों की फटकार के बाद चेते चिकित्साधिकारियों ने विशेष अभियान चलाकर कार्ड बनाने में क्रांति की है । नतीजा अब पूरे प्रदेश के सामने है। जिले की रैंक में लगातार सुधार हो रहा है। 74वें से उठते हुए दो मई को जारी सूची में अब जिला 18वें रैंक पर पहुंच गया है। इससे योजना के जिला समन्वयक सहित अन्य चिकित्साधिकारियों में उत्साह है।

योजना के तहत जिले में 3,09,403 पात्र लाभार्थी परिवार हैं। जिसमें कुल लाभार्थी 13,71,275 हैं। इसमें 3,66,383 के कार्ड वेरीफाइड हो गए। जो कुल लक्ष्य के 26.72 फीसदी है जारी हो गए हैं। इसके दम पर प्रदेश में जिले की रैंक 18वें पायदान पर पहुंची है। जबकि प्रदेश में नंबर वन रैंक पर मेरठ मंडल का बागपत जिला है। जहां उपलब्धि 56.07 फीसदी है। वहीं आयुष्मान कार्ड धारक लाभार्थियों के इलाज में प्रदेश में जिले की रैंक 13वीं है। 36800 लाभार्थी परिवारों ने योजना का लाभ उठाया है। इन पर 43.83 करोड़ रुपये इलाज पर खर्च का वहन इस योजना में किया गया है।

योजना में लक्ष्य की ओर से तेजी आने पर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित अन्य चिकित्साधिकारियों ने प्रसन्नता जताई है। रैंक में और बेहतरी के लिए कार्ड बनाने में तेजी लाने के प्रयास करने की अपेक्षा जताई है। इस योजना में बने कार्ड के माध्यम से लाभार्थी या उसके परिवार के नामित सदस्य को हर साल पांच लाख रुपये का निशुल्क इलाज योजना के पैनल में शामिल अस्पतालों में मिलता है। जिले में सभी सरकारी अस्पताल के अलावा 45 निजी नर्सिंग होम व क्लीनिक योजना के तहत पैनल में शामिल हैं।

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में लाभार्थी या उसके परिवार के नामित सदस्य का पांच लाख रुपये की सीमा तक गंभीर बीमारियों का इलाज मिलता है। विशेष अभियान में श्रमिकों, मलिन बस्तियों में भी कार्ड बनाने से इसमें उपलब्धि बढ़ी है। कामन सर्विस सेंटर के अलावा सरकारी और पैनल में शामिल निजी अस्पताल में आयुष्मान मित्र के माध्यम से योजना का गोल्डेन कार्ड निशुल्क बनता है। -डॉ. पीताम्बर सिंह, जिला समन्वयक, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना

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