लखनऊ : सर्जिकल मास्क की सप्लाई, तो कहीं संपत्ति के बहकावे में जमा पूंजी गवांई

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में जालसाजी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। जालसाज लोगों को झांसा देकर उनकी जमा रकम हड़प लेते हैं। इसी कड़ी में हजरतगंज और इन्दिरानगर कोतवाली पुलिस ने जालसाजी के मामले दर्ज किए हैं। इसके बाद पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है। पहली घटना : बता दें कि सहारा …

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में जालसाजी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। जालसाज लोगों को झांसा देकर उनकी जमा रकम हड़प लेते हैं। इसी कड़ी में हजरतगंज और इन्दिरानगर कोतवाली पुलिस ने जालसाजी के मामले दर्ज किए हैं। इसके बाद पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।

पहली घटना : बता दें कि सहारा एस्टेट निवासी असलम शेरा की आर्थोमेटिक्स के नाम से फर्म है। उन्होंने बताया कि साल 2020 के शुरूआती दौर में असलम को ओमान की परफेक्ट बिजनेस फर्म ने दो लाख सर्जिकल मास्क सप्लाई करने का आर्डर दिया था। असलम आर्डर पूरा करने के लिए अलग-अलग फर्मों के सम्पर्क में थे। इस पर पीड़ित ने हजरतगंज थानाक्षेत्र के न्यू बेरी रोड स्थित तुषारिकाज से सम्पर्क किया।

जिसके बाद राहुल तिवारी सैल्समैन उनसे मिलने पहुंचा। आरोप है कि सेल्समैन ने ठगी करने की नियत से पीड़ित को मास्क व मेडिकल उपकरण से जुड़े कई आर्डर पूरे करने के बिल दिखाए। इसके बाद सैल्समैन ने फर्म के साझेदार राजकुमार बाजपेई से पीड़ित की बात करवाई थी। इस पर राजकुमार ने एक लाख रुपए बताए खाते में जमा करवाए थे और आर्डर को पूरा करने का आश्वासन दिया था।

जालसाज के बहकावे में आकर पीड़ित ने दो किश्तों में 22 लाख रुपये अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। इस पर जालसाज ने बिल और बिल्टी की फोटो पीड़ित के व्हाट्सएप नंबर पर भेजकर 06 मार्च 2020 को सप्लाई देने का वादा किया था।

पीड़ित ने बताया कि समय सीमा समाप्त होने पर जालसाजों ने पीड़ित का सेलफोन रिसीव करना बंद कर दिया और रूपये लौटाने पर वह आनाकानी करने लगे। इसके बाद पीड़ित ने डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिश से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई। शनिवार को डीसीपी सेंट्रल के निर्देश पर हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।

दूसरी घटना : झारखंड कोडरमा निवासी पवन मोदी महानगर गोल चौराहे के पास चाय की दुकान चलाते हैं। जहां रहीमनगर निवासी विजय प्रकाश वर्मा अक्सर चाय पीने आता था। पवन मकान तलाश रहा था। यह बात पता चलने पर विजय प्रकाश ने इन्दिरानगर में एक मकान दिखाया।

जिसके मालिक ब्रजेश मिश्रा और उनकी पत्नी रेखा मिश्रा हैं। सौदा आठ लाख रुपये में तय हुआ। विजय के कहे मुताबिक पवन ने एग्रीमेंट कर लिया। इसके बाद आठ लाख रुपये ब्रजेश और रेखा मिश्रा के खाते में जमा कराए गए। लेकिन उसके नाम पर रजिस्ट्री नहीं की गई।

पवन ने ब्रजेश मिश्रा और रेखा से सम्पर्क किया तो आरोपियों ने उसे धमकी देते हुए भगा दिया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने विजय प्रकाश, ब्रजेश और रेखा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।

यह भी पढ़ें:- लखनऊ : सावधान ! आपकी जमा पूंजी पर है जालसाजों की नजर….जानें पूरा मामला

 

 

संबंधित समाचार