बहराइच : वायरस से बचाव के लिए मवेशियों को धुलकर खिलाएं हरा चारा

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अमृत विचार, बहराइच। पशुओं में लंपी वायरस का निरीक्षण करने सोमवार को पशु चिकित्सकों की टीम पहुंची। टीम ने मवेशियों की जांच की। वायरस न मिलने पर बचाव के टिप्स दिए। विकासखंड फखरपुर के ग्राम पंचायत विसवा में लंपी वायरस की शिकायत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेंद्र प्रसाद से ग्रामीणों ने की। जिस पर पशु …

अमृत विचार, बहराइच। पशुओं में लंपी वायरस का निरीक्षण करने सोमवार को पशु चिकित्सकों की टीम पहुंची। टीम ने मवेशियों की जांच की। वायरस न मिलने पर बचाव के टिप्स दिए।

विकासखंड फखरपुर के ग्राम पंचायत विसवा में लंपी वायरस की शिकायत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेंद्र प्रसाद से ग्रामीणों ने की। जिस पर पशु चिकित्सा अधिकारी सिलौटा आशीष कुमार व फार्मासिस्ट शिवबालक गांव पहुंचे। पशुओं का निरीक्षण कर जांच किया। निरीक्षण के दौरान एलएसडी की के लक्षण नहीं पाए गए, परंतु पशुओं के रखरखाव हरे चारे से संबंधित जानकारी दी गई।

उन्होंने कहा कि हरे चारे को धूल कर पशुओं को खिलाएं। इस समय तेज धूप व बारिश के कारण हरे चारे में सायनाइड प्वाइजनिंग पाई जाती जाती है। जिससे पशुओं में लार गिरना और तेज बुखार आने से पशु की मृत्यु भी हो सकती है। डॉ आशीष ने बताया कि इस समय चराने ना ले जाएं अपने घर पर ही पशुओं को चारा दें अधिक पशुओं को एकत्र होने के कारण एमएसडी नामक बीमारी आ सकती है।

डॉ आशीष कुमार ने बताया कि मवेशियों के शरीर में गोल चकत्ते, तेज बुखार आना, लार गिरना लांपी वायरस के लक्षण हैं। डॉक्टर ने गांव निवासी चुन्नू सिंह, रणवीर सिंह, कमलेश शुक्ला और रणधीर सिंह आदि लोगों के यहां जाकर सभी जानवरों का निरीक्षण किया और लंपिंग स्किन डिजीज ना होने की पुष्टि की। इस दौरान अन्य लोग शामिल रहे।

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