मुरादाबाद : मुख्यमंत्री जी, देखिए यह है पंडित नगला बाइपास

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Published By Bhawna
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सड़क मरम्मत की उल्टी गिनती शुरू, लक्ष्य के दो दिन ही बाकी, 98 प्रतिशत मरम्मत का लोनिवि का दावा

पंडित नगला बाइपास पर सड़क में गड्ढे

एसपी चौहान,अमृत विचार।  सड़कों की मरम्मत में सरकार के अभियान का सच बड़ा स्याह है। सड़कों की गड्ढामुक्ति अभियान में मात्र दो दिन बचे हैं और शहरी क्षेत्र की सड़कों का हाल बुरा है। निर्माण एजेंसियों के दावे मानें तो 98 प्रतिशत खराब सड़कें गड्ढामुक्त हो चुकी हैं। मगर, पंडित नगला बाइपास देखने के बाद इस दावे की पोल खुल जा रही है। मात्र 500 मीटर की दूरी में 20 से ज्यादा गड्ढे हैं। आसपास में ट्रांसपोर्ट कारोबारी अधिक हैं। इस सड़क को देखने तक की जिम्मेदारी नहीं निभाई गयी है।

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए पहले 15 नवंबर का समय दिया था। यह लक्ष्य पूरा नहीं होने पर 30 नवंबर तक की मोहलत दी गयी। इस आधार पर कार्य पूरा होने में दो दिन शेष हैं। शहर के हनुमान मूर्ति तिराहा से कोहिनूर तिराहे तक की सड़क का बुरा हाल है। रेलवे फाटक के पास बना गहरा गड्ढा अधिकारी नहीं देख पाए हैं। पंडित नगला पुलिस चौकी से कोहिनूर तिराहे तक पैच वर्क कर दिया गया, मगर इस पाटने का विभागीय कर्मियों ने प्रयास ही नहीं किया। मंडी समिति से चौहानों वाली मिलक को जाने वाली सड़क पर भी खानापूर्ति की गई है। स्थानीय लोगों ने पैच वर्क में घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाया है। 

लोनिवि के अधीक्षण अभियंता ज्ञान गुप्ता ने बताया कि मंडल की सड़कों की मरम्मत के लिए 4990 करोड़ रुपये के प्रस्ताव भेजे थे। इनमें से मंगलवार को कुछ प्रस्तावों को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। अधिशासी अभियंता संजय कुमार सैनी ने बताया कि पैच वर्क का काम करीब 98 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। पैच वर्क की लंबाई और लागत का अभी आकलन नहीं किया गया है।

यह है पैच वर्क का नियम
पैचवर्क के लिए तापमान काफी मायने रखता है। जानकारों की मानें तो 20 से 22 डिग्री तापमान पैचवर्क के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त रहता है। इसीलिए ज्यादा गर्मी या ज्यादा सर्दी होने पर सड़क निर्माण और पैचवर्क का कम नहीं किया जाता है। तापमान कम होने पर तारकोल ज्यादा लगाना पड़ता है। जबकि, कम तापमान होने पर उसकी पकड़ कमजोर पड़ जाती है। 

चौड़ीकरण के लिए यह हैं प्रस्तावित मार्ग
हरिद्वार कांवड़ पथ, ठाकुरद्वारा स्योहारा नूरपुर चांदपुर, डिलारी मार्ग, मझोली चौराहे से खदाना होते हुए बाइपास, हनुमान मूर्ति से कोहिनूर तिराहे तक चौड़ीकरण किया जाना है। इनके साथ ही 18 मार्गों के चौड़ीकरण का प्रस्ताव भेजा गया है। इनके पर 251.22 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। विशेष मरम्मत के लिए मंडल की 178 सड़कों का प्रस्ताव भेजा गया है।

क्या बोले लोग?
तीन दिन पूर्व गैस पाइप लाइन वालों ने सड़क में गड्ढा खोदा था। रात में मेरी माल लदी गाड़ी इसमें फंस गई थी। पैच वर्क के लिए आई टीम ने भी इसे अनदेखा कर दिया। -आशुतोष मिश्रा, ट्रांसपोर्ट कारोबारी

हम यहां 24 घंटे रहते हैं। बीती रात इस गड्ढे से बाइक उछल गई थी। इससे बाइक चला रहा युवक चोटिल हो गया था। रेलवे फाटक के पास गहरे गड्ढे में वाहन पलटते रहते हैं। -मनोज कुमार, दुकानदार।

ट्रांसपोर्ट होने से इस रोड से भारी वाहन गुजरते हैं। इसके बाद भी इसकी उपेक्षा की जाती है। पांच सौ मीटर की दूरी में आधा दर्जन से ज्यादा गड्ढे हैं। -महेंद्र सिंह, जुगाड़ रिक्शा चालक।

10 साल बाद बनी सड़क में सामग्री घटिया लगाई है। इस दौरान नियमों को भी ताक पर रख दिया है।  सड़क से नाले की ऊंचाई आधा फिट है। -तेजपाल सिंह, चौहानों वाली मिलक।

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