अयोध्या रामपथ चौड़ीकरण विवाद: विरोध में दूसरे दिन भी दुकानें बंद
अमृत विचार, अयोध्या। सहादतगंज बाईपास से नया घाट अयोध्या तक प्रस्तावित फोरलेन रामपथ चौड़ीकरण पर विवाद नहीं थम रहा है। रामपथ पर पड़ने वाली बाजारों के सैकड़ों दुकानदार उचित मुआवजा और प्रशासन से पूर्व में हुए आश्वासन को लिखित दिए जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन दुकानदारों को बिना किसी लिखित आश्वासन के समझा-बुझाकर मनाने का प्रयास कर रहा है।
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बावजूद इसके अपनी मांग पर अड़े दुकानदार दूसरे दिन भी सोमवार को दुकानें बंद कर अपने विरोध पर अड़े रहे। रामपथ का निर्माण लगभग 13 किलोमीटर लंबा होना है । इस मार्ग पर 20 मीटर से लेकर 41 मीटर तक सड़क चौड़ी की जाएगी। रामपथ के रास्ते में लगभग 2600 मकान, दुकान और कई बड़े शॉपिंग मॉल प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा 706 पेड़ करेंगे। 14 मस्जिद और 17 मंदिर भी प्रभावित हो रहे हैं।
प्रभावित होने वाले दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन ने जो नाप की है उसके एवज में जो हिस्सा तोड़ा जाना है उसी का मुआवजा दिया जा रहा है जो बहुत कम है। इसके अलावा प्रशासन उनकी जमीन का भी मुआवजा नहीं दे रहा है। उचित मुआवजा न मिलने और लिखित आश्वासन के बगैर कोई बात न किया जाना प्रशासन की नियत पर सवाल खड़ा करता है।
अयोध्या व्यापार मंडल के नेताओं के नेतृत्व में दूसरे दिन भी राम पथ मार्ग की दुकाने बंद रखकर व्यवसायियों ने प्रशासन पर अपनी बात मनवाने का दबाव बनाने का प्रयास किया। हालांकि रामपत चौड़ीकरण के प्रभारी एडीएम प्रशासन अमित सिंह सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अभियंता प्रभावित दुकानदारों को मनाने के लिए निकले लेकिन कोई निर्णय दोपहर तक नहीं हो सका।
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