डॉ शंकुतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय: आरक्षित सीट पर अभ्यर्थियों को देना होगा लाभ
अमृत विचार लखनऊ। डॉ शंकुतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय दिव्यांगजनों के अधिकारों का हनन न होने पाये इसका विशेष ध्यान रखना होगा। इस इस संबंध में यूपी के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने बुधवार को बैठक में अहम दिशा निर्देश जारी किए हैं। मंत्री ने बताया कि पुनर्वास विश्वविद्यालय में दिव्यांगों के लिए विभिन्न पाठयक्रम संचालित किये जा रहे है।
विश्वविद्यालय में समस्त पाठ्यक्रमों में 50 प्रतिशत सीटे दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित हैं, जिसमें से 50 प्रतिशत में कुल सीट का 25 प्रतिशत दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए आरक्षित किया गया है। विश्वविद्यालय में दिव्यांग छात्रों के लिए संचालित विशेष पाठ्यक्रम बीएड (श्रवणबाधितार्थ), बीएड (दृष्टिबाधितार्थ), बीएड (बौद्धिक अक्षमता), बीएएसएलपी (बैचलर आफ ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजी) बीपीओ ( बैचलर आफ प्रॉस्थेटिक एंड ओर्थोटिक्स), एमएड (श्रवणबाधितार्थ), एमएड (दृष्टिबाधितार्थ), एमएड (बौद्धिक अक्षमता), एमपीओ (मास्टर आफ प्रॉस्थेटिक एंड ओर्थोटिक्स) संचालित है।
मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पिछड़ा वर्ग कल्य़ाण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि योजनाओं का पारदर्शी तरीके से अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभ मिले। बैठक में अपर मुख्य सचिव दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण हेमंत राव, निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण सत्य प्रकाश पटेल तथा निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण वंदना वर्मा, रजिस्टार डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ एवं आयुक्त दिव्यांगजन सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे ।
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