बरेली: किडनी की फिक्र रखिए... जवानी का इतना भरोसा ठीक नहीं

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Published By Vishal Singh
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खानपान की खराब आदतों से युवाओं की किडनी भी दे रही जवाब. जिला अस्पताल में डायलिसिस कराने वालों में 30 फीसदी युवा

अंकित चौहान/ बरेली, अमृत विचार। जीवन की अनिश्चतताओं से घिरे युवाओं के दिलोदिमाग की परीक्षा तनाव तो ले ही रहा है, ऊपर से भागदौड़ भरी जिंदगी में उनकी खानपान की आदतें खराब हो रही हैं। सेहत की फिक्र न करने की वजह से इसका सीधा असर उनकी किडनी पर पड़ रहा है। जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। यहां आने वाले मरीजों में 30 फीसदी संख्या युवाओं की है। चिंताजनक यह है कि लगातार यह संख्या बढ़ती जा रही है।

जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट के रिकॉर्ड के मुताबिक यहां हर साल 6 हजार से ज्यादा मरीजों की डायलिसिस की जा रही है। इनमें 30 फीसदी संख्या युवाओं की है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अनुपम शर्मा के अनुसार युवाओं की किडनी खराब होने का प्रमुख कारण उनका बिगड़ा खानपान है। इससे वे दूसरी गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि किडनी खराब होने से एरिथ्रोपोइटिन हार्मोन बनना कम हो जाता है। इससे हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता तो किडनी फेल होने की आशंका और बढ़ती है।

डॉ. शर्मा के मुताबिक एल्डोस्टेरोन हार्मोन को किडनी नियंत्रित करती है, अगर किडनी खराब होनी शुरू हो जाएगी तो एल्डोस्टेरोन हार्मोन अनियंत्रित हो जाता है। इसकी वजह से व्यक्ति का ब्लडप्रेशर बढ़ने लगता है। यह किडनी फेल होने का कारण बनता है। मादक पदार्थों का अत्यधिक सेवन भी किडनी पर गंभीर असर डालता है।

भर्ती हैं 32 मरीज, इनमें 20 युवा
जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट में मरीजों के इलाज के लिए कुल 60 बेड का विंग हैं जिनमें दस बेड डायलिसिस के लिए आरक्षित हैं। इनमें 9 बेड जनरल और एक बेड हेपेटाइटिस सी के मरीज के लिए निर्धारित हैं। इस समय विंग में कुल 32 मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें 20 मरीज युवा आयुवर्ग के हैं।
साल दर साल बढ़ रहे मरीज

वर्ष - मरीजों की संख्या

  • 2019 - 4589
  • 2020 - 6727
  • 2021- 6868
  • 2022 - 6726

किडनी खराब होने के लक्षण
जल्दी थकावट महसूस करना, बार-बार पेशाब आना, पेशाब झागदार होना, पैर पर सूजन आना, आंखों के नीचे सूजन आना, भूख में कमी आना, उल्टी आना।

ऐसे करें किडनी की सुरक्षा
नियमित व्यायाम करें, नमक का प्रयोग कम करें, दर्द निवारक गोलियों का ज्यादा सेवन न करें, शुगर को नियंत्रित रखें, चिकित्सक के परामर्श से ही दवा लें।

जिला अस्पताल में वर्ष 2019 में डायलिसिस यूनिट स्थापित की गई थी। शुरुआत में बुजुर्ग मरीजों की संख्या जयादा थी लेकिन एक साल से युवा मरीज भी बड़ी संख्या में डायलिसिस के लिए आ रहे हैं। अभी यूनिट में 20 युवा वर्ग के मरीज भर्ती हैं जिनकी डायलिसिस चल रही है-डॉ. अभिषेक गुप्ता, प्रभारी, डायलिसिस यूनिट जिला अस्पताल।

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