बरेली: कुतुबखाना फ्लाईओवर का काम रुका, सांसद गंगवार ने की नाराजगी जाहिर
बरेली, अमृत विचार। शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कई विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसी के तहत कुतुबखाना पुल का निर्माण कराया जा रह है। बताया जा रहा है 12 करोड़ रुपए कमीशन की डिमांड से पुल निर्माण में अवरोध खड़ा हो गया है। सेतु निगम के अफसर ने भाजपा के एक बड़े नेता पर कार्यदायी संस्था से 12 करोड़ रुपए की डिमांड की तो सस्था ने अपने हाथ खड़े कर कार्य को रोक दिया।
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इस मामले में सात दिनों से पुल का काम बंद होने से गुस्साए सांसद संतोष गंगवार ने पुल निर्माण ठप होने पर मौके पर पहुंचकर सेतु निगम के अफसरों से लखनऊ फोन पर बात की और तत्काल काम शुरू कराने को कहा। निर्माण कार्य शुरू होने से पहले से ही कुतुबखाना पुल विवादों में रहा है।
सबसे पहले महापौर उमेश गौतम कुतुबखाना पुल निर्माण की जरूरत बताते हुए इसका प्रस्ताव दिया था। जब पुल निर्माण के लिए सर्वे शुरू हुआ तो व्यापारियों ने इसका विरोध किया तो उमेश गौतम भी इसका विरोध करने लगे और उन्होंने पुल को गैर जरूरी बताया।
जैसे तैसे पुल का प्रस्ताव आगे बढ़ा तो पुल जिला पंचायत पर उतरे या कुमार टाकिज की तरफ उतरे या वाई शेप में बने इसे लेकर विवाद हुआ। आखिरकार स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 106 करोड़ की लागत से पुल को स्वीकृति मिली और ठेका हैदराबाद की मंटेना इंफ्रोटेक साल्यूशन को दे दिया गया। कंपनी ने काम शुरू किया तो बार-बार डिजाइन को लेकर सवाल उठते रहे।
1306 मीटर लंबे इस पुल का डिजाइन कई बार बदला गया। कंपनी ने कुमार टाकिज पर काम शुरू करने के बाद जैसे तैसे कोहाड़ापीर की तरफ काम आरम्भ ही किया था। सेतु निगम और कार्यदायी संस्था के बीच ऐसा विवाद खड़ा हुआ कि संस्था ने अपने स्टाफ का पुल का काम तत्काल बंद करने का निर्देश दे दिया। काम बंद हुए जब कई दिन हो गए तो चर्चा शुरू हुई कि शहर के एक नेता का नाम लेते हुए सेतु निगम के अफसर 12 करोड़ का कमीशन कार्यदायी संस्था से मांग रहे हैं।
चर्चा है कि सेतु निगम के अफसरों ने कहा कि अगर कमीशन के 12 करोड़ रुपए नहीं दिए गए तो कार्यदायी संस्था को आगे कोई भुगतान नहीं होगा एवं नेताजी पुल में खराब गुणवत्ता की शिकायत शासन से करके जांच भी शुरू करा सकते हैं।
कार्यदायी संस्था ने कमीशन देने से हाथ खड़े करते हुए काम बंद करना ही उचित समझा। छह दिन काम बंद रहने पर स्थानीय व्यापारियों ने कल सांसद संतोष गंगवार से सम्पर्क किया तो गुरुवार शाम चार बजे सांसद संतोष गंगवार महानगर भाजपा के महामंत्री अधीर सक्सेना और भुजेंद्र गंगवार के साथ मौके पर पहुंचे और काम बंद देखकर पहले सेतु निगम के स्थानीय अफसरों से बात की और फिर लखनऊ फोन लगा दिया। सांसद ने फोन पर काम बंद होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यापारियों को हो रही असुविधा की चर्चा की तो लखनऊ तक हड़कंप मच गया।
संतोष गंगवार ने सेतु निगम, स्मार्ट सिटी कंपनी और कार्यदायी संस्था के जिम्मेदारों को आज शाम को चार बजे मौके पर बुलाया है ताकि बातचीत कर काम शुरू कराया जा सके। संतोष गंगवार केफोन के बाद लखनऊ से पूछताछ शुरू हुई तो कमिश्नर संयुक्ता समद्दार सक्रिय हुईं और उन्होंने नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स और सेतु निगम के अफसरों से पूछताछ की।
कमिश्नर ने तुरंत काम शुरू कराने के निर्देश सेतु निगम के अफसरों को दिए हैं। कुतुबखाना पुल का काम आज सांतवें दिन भी बंद रहा। इस मामले में चीफ इंजीनियर का कहना है कि कार्यदाई संस्था के ठेकेदारों को लखनऊ बुलाया गया है। काम रूकने का कारण पुल के डिजाइन को लेकर है।लखनऊ में इसको लेकर बैठक होने के बाद ही पुल का निर्माण शुरू हो सकेगी। फिलहाल कमीशन को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
कुतुबखाना पुल निर्माण को लेकर अभी काम बंद है। पुल की डिजाइन को लेकर समस्या चल रही है। दोनों ठेकेदारों को लखनऊ बुलाया गया है। बैठक के बाद ही पुल निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा---बीके सिंह, चीफ इंजीनियर नगर निगम बरेली।
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