बरेली: SP MLA के कृषि फार्म से यूकेलिप्टिस के पेड़ काट ले गए चोर, डेढ़ महीने बाद पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
आखिरकार एसएसपी से करनी पड़ी शिकायत, तब थाना भोजीपुरा में दर्ज हुई एफआईआर
बरेली, अमृत विचार। गैर सत्ताधारी पार्टी का विधायक होने के जितने कड़वे अनुभव सपा विधायक शहजिल इस्लाम को हुए हैं, शायद ही जिले में किसी और विधायक को हुए हों। ताजा मामला उनके कृषि फार्म से यूकेलिप्टिस के पेड़ चोरी हो जाने का है। न चोरों ने उनके विधायक होने का खौफ खाया, फिर पुलिस ने तो हद ही कर दी। डेढ़ महीने तक चक्कर कटवाती रही लेकिन न रिपोर्ट लिखी न ही चोरों की तलाश करने की कोशिश। आखिरकार शहजिल इस्लाम को एसएसपी के पास जाना पड़ा। एसएसपी के निर्देश पर रिपोर्ट तो दर्ज हो गई लेकिन आठ दिन तक इंतजार कराने के बाद।
शहजिल इस्लाम भोजीपुरा से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। भोजीपुरा के ही गांव सुरला में उनका कृषि फार्म है। शहजिल इस्लाम की ओर से दिए गए शिकायती पत्र के मुताबिक उनके फार्म हाउस पर दो तालाब हैं जिनमें वह मछली पालन कराते हैं। इन दोनों तालाबों के चारों ओर उन्होंने यूकेलिप्टिस के पेड़ लगवा रखे थे जो करीब छह-सात साल पुराने थे। इनमें से तमाम पेड़ करीब डेढ़ महीने पहले चोर काट ले गए। विधायक की ओर से इसके बाद थाना भोजीपुरा में तहरीर दी गई थी, लेकिन पुलिस ने न तो रिपोर्ट दर्ज की, न ही चोरों को तलाशने की कोई कोशिश की।
करीब डेढ़ महीने तक भोजीपुरा पुलिस की ओर से इस मामले में कोई दिलचस्पी न लिए जाने पर पिछले दिनों सपा विधायक ने एसएसपी से शिकायत की। इस पर एसएसपी ने भोजीपुरा पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया लेकिन पुलिस फिर भी रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय टालती रही। आखिरकार एसएसपी के आदेश के आठ दिन बाद रिपोर्ट दर्ज की गई लेकिन चोरों को तलाश करने की फिर भी कोई कोशिश नहीं की गई।
पेट्रोल पंप ध्वस्त करा दिया था अफसरों ने
शहजिल इस्लाम को इस बार विधायक चुने जाने के कुछ ही दिनों बाद तब भी बेहद कड़वे अनुभव के दौर से गुजरना पड़ा था जब एक पार्टी नेता के घर आयोजित स्वागत कार्यक्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अनुचित शब्दों का इस्तेमाल करते हुए विधानसभा गोलियां चलने की बात कह दी थी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन उनके पीछे पड़ गया। उनका पेट्रोल पंप अवैध बताकर ध्वस्त कर दिया गया। इस घटना का असर यह हुआ कि शहजिल इस्लाम ने अपनी ही पार्टी से काफी समय तक दूरी बनाए रखी। अब चोरी की मामूली घटना की रिपोर्ट दर्ज करने में पुलिस ने उनके विधायक होने का लिहाज नहीं किया और डेढ़ महीने तक चक्कर कटवा दिए।
ये भी पढ़ें- बरेली: नौ जनपदों में 930 परीक्षा केंद्रों पर होगी बोर्ड परीक्षा, 16 फरवरी से होगी शुरू
