अयोध्या: राम मंदिर में प्रवेश के होंगे दो द्वार, कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचेंगे श्रद्धालु

अयोध्या: राम मंदिर में प्रवेश के होंगे दो द्वार, कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचेंगे श्रद्धालु

अयोध्या, अमृत विचार। राम मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए दो द्वार होंगे। इसके पहले राम जन्मभूमि परिसर तक आने वाले श्रद्धालुओं को कड़ी सुरक्षा के बीच गुजरना होगा। राम मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। मंदिर के भूतल निर्माण में गर्भगृह, परिक्रमा मार्ग के लिए 20 फिट ऊंची दीवार खड़ी की जा चुकी है। मंदिर में गर्भगृह के सामने गुड मंडप, नृत्य मंडप, रंग मंडप का निर्माण किया जा रहा है। दक्षिण और उत्तर दिशा में कीर्तन मंडप का निर्माण किया जा रहा है। रंग मंडप के पूर्व दिशा में सिंह द्वार के लिए पिलर लगाया गया है। 

मंदिर निर्माण में अब तक 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। वहीं मंदिर के 800 मीटर की परिधि में भव्य परकोटे का भी निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 6 देवी देवताओं के मंदिर बनाये जाएंगे। इसके साथ ही राम चरित मानस के प्रसंगों की 108 झांकियां भी पत्थरों पर उकेरी जाएंगी। इसमें प्रवेश के लिए मंदिर के सिंहद्वार के सामने दक्षिण शैली पर गोपुरम द्वार बनाया जाएगा, जिसमें प्रवेश के बाद ही राम मंदिर तक पहुंच सकेंगे।

मई-जून से छत निर्माण का शुरू होगा कार्य 
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपत राय के मुताबिक मंदिर निर्माण का कार्य समय अनुसार चल रहा है। मंदिर को तैयार करने के लिए संरचनाओं के अनुरूप आधार तैयार किया जा रहा है। मई-जून से छत लगाए जाने का क्रम भी शुरू हो जाएगा। निर्माण संबंधित सभी जानकारी समय-समय पर देश के राम भक्तों और साधु संतों को भी दर्शन के माध्यम से दी जा रही है। मंदिर में प्रवेश के पहले सभी सुरक्षा संबंधित जांच पूरी कर ली जाएगी, जिससे मंदिर में प्रवेश के बाद किसी श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन में किसी प्रकार का व्यवधान न हो सके।

सुरक्षा मानकों से गुजरेंगे श्रद्धालु
राम जन्मभूमि तक जाने के लिए श्रद्धालुओं के लिए जन्मभूमि पथ का निर्माण किया जा रहा है। संपर्क मार्ग सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि तक बनाए जा रहे 800 मीटर लंबे मार्ग पर ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्री सुविधा केंद्र तैयार किए जा रहे हैं, जहां पर सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करने के बाद अपने सामानों को रख सकेंगे। इसके लिए स्कैनिंग मशीन, मेटल डिटेक्टर सहित सुरक्षा संबंधित आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे।

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