खेती की नई तकनीक पर जोर दें किसान :कमलेश 

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Published By Jagat Mishra
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अमृत विचार, अयोध्या। किसानों को खेती की नई तकनीक अपनाकर बाजार के अनुकूल कृषि उत्पादन करना होगा, ताकि बाजार में अन्य उत्पादों से वह मुकाबला कर सके। उक्त बातें हैरिंग्टनगंज विकास खंड के बसवार खुर्द गांव में आयोजित कृषक भ्रमण के बाद दक्षता मूल्यांकन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि नाबार्ड़ के जिला विकास प्रबंधक कमलेश यादव ने कही। 
   
गौरतलब हो कि 20 से 25 नवंबर 2022 तक जनपद के 25 प्रगतिशील कृषकों ने पांच दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण के लिए  हरियाणा स्थित भारतीय डेरी अनुसंधान संस्थान, भारतीय गेंहू और जौ अनुसंधान संस्थान तथा सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र में खेती का तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया था। इसी कार्यक्रम की प्रगति का मूल्यांकन करने आए डीडीएम नाबार्ड किसानों की प्रगति देख गदगद हो गए। भ्रमण पर गए किसान जमुना प्रसाद  मौर्य, हरीशचंद्र चौरसिया, कुलदीप चौरसिया, सचिदानंद तिवारी सभी ने लो टनल पॉली हाउस तकनीकी का प्रयोग करते हुए टमाटर, खीरा, तरबूज, कद्दू सहित विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती की है तथा सिंचाई के स्प्रिंकलर  का प्रयोग कर रहे है। जिससे पानी की बचत भी हो रही है और उत्पादन भी अधिक हो रहा है। 

कार्यक्रम संयोजक सूर्य कुमार त्रिपाठी ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कुलदीप मिश्र, भागवत प्रसाद शुक्ला, आद्या प्रसाद सिंह सहित कई किसान मौजूद रहे।

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