लखनऊ : 80 फीसदी अनाधिकृत कर्मचारी कर रहे हैं आरटीओ कार्यालय का कार्य

मीटिंग का हवाला देकर सुबह कार्यालय में नहीं आते आरटीओ,एआरटीओ प्रशासन

लखनऊ : 80 फीसदी अनाधिकृत कर्मचारी कर रहे हैं आरटीओ कार्यालय का कार्य

लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी के संभागीय परिवहन कार्यालय ट्रांसपोर्टनगर को अनाधिकृत व्यक्ति संचलित कर रहे हैं। कार्यालय के अंदर तो सुंदर अच्छरों में स्लोगन लिखा है कि अनाधिकृत व्यक्ति का कार्यालय में प्रवेश वर्जित है लेकिन जमीनी हकीकत तो यह है कि यहां 80 फीसदी बाहरी एजेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनाने से लेकर,वाहनों का रजिस्ट्रेशन, कार्मिशलय वाहनों का ट्रांसफर, गाड़ियों के एनओसी देने का कार्य कर रहे हैं।

आरटीओ दो

कार्यालय में कमरा नंबर 2 से लेकर 12 नंबर तक कांउटरों पर अनाधिकृत कर्मचारी महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं जो ना ही यहां के कर्मचारी हैं ना ही संविदा पर रखे गये हैं। यहां पर बाहरी एजेंटों की भरमार है। बिना सुविधा शुल्क के यहां पर आम पब्लिक का कोई भी कार्य होना संभव नहीं है।

आरटीओ कार्यालय खुलने का समय तो सुबह 10 बजे हैं लेकिन आरटीओ आरपी द्विवेदी व एआरटीओ प्रशासन अखिलेश कुमार द्विवेदी के आने के कोई समय निर्धारित नहीं है। पूछने पर कर्मचारियों का कहना होता है कि साहब लोग मीटिंग गये हैं सेकेण्ड टाइम 3 बजे के बाद मिलेंगे । दोनों जिम्मेदार अधिकारी सुबह के समय नहीं मिलते ऐसे में यहां पर आरटीओ,एआरटीओ के पास कार्य कराने आने वाले लोग लोग मायूस होकर लौट जाते हैं।

आरटीओ तीन

शुक्रवार की सुबह 10 बजे अमृत विचार की ऑन द स्पॉट टीम आरटीओ कार्यालय ट्रांसपोर्ट नगर पहुंची तो लोगों की परेशानी उभरकर सामने आयी । कैमरे का फ्लैश चमका तो काउंटरों पर कम्यूटर चला रहे बाहरी एजेंट भागकर कार्यालय से बाहर खड़े हो गये । टीम को देखकर काउंटरों पर तैनात दलालों में अफरा तफरी का माहौल दिखने लगा। आरटीओ कार्यालय के काउंटर नंबर दो पर कोई था नहीं जहां लोग बाबू के आने का इंतजार कर रहे थे। ऐसा ही हाल काउंटर नंबर -7 पर दिखा यहां पर तैनात बाबू पवन तिवारी व मालवीय बाबू के बजाय बाहरी एजेंट था जो कि पूछने पर काउंटर से भाग गया । 

काउंटर नंबर 8 पर आशीष नाम का बाहरी युवक काम कर रहा था। शुक्रवार को आरटीओ कार्यालय में इंदिरानगर के रहने वाले आर के शर्मा गाड़ी का रोडटैक्स रिनीवल कराने आये थे उन्होंने बताया कि एक घंटे से खड़ें है कोई सुन ही नहीं रहा है। इसी प्रकार प्रयागराज ड्राइविंग लाइसेंस का रिनीवल कराने आये हेमेन्त कुमार ने बताया कि वह 10 बजे से ही सारर्थी भवन में आकर खड़े है कांउटर पर कोई है ही नहीं, तीन बार से चक्कर लगाने के बाद वह मायूस होकर वापस लौट चुके हैं। यहां कार्य कराने आये लोगों का कहना था कि संभागीय परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हो या वाहन का ट्रांसफर कराना हो या एनओसी लेना हो कोई भी कार्य बिना बाहरी एजेंट के नहीं हो सकता। कमोबेश यही हाल देवा रोड स्थित एआरटीओ कार्यालय का भी है। आरटीओ कार्यालय में इक्कठा जरूरतमंदों से अधिक दलालों की संख्या होती है।

फिटनेस सेंटर में बाहरी युवक आरआई बनकर कर रहा था कागजों की जांच

वाहन परीक्षण एवं प्रमाणीकरण केन्द्र ( वाहन फिटनेस सेंटर ) में तो चौक्काने वाला नजारा सामने आया। सुबह 10:30 बजे आरआई विष्णु कुमार के कुर्सी पर बाहरी युवक आरआई बनकर फिटनेस कराने आये वाहनों के कागज की जांच कर रहा था। पूछने पर बताया कि साहब ऊपर प्रथम तल पर बैठे होंगे हमी कार्य देखते हैं बताइये क्या कार्य है। जैसे ही कैमरे की फैलेश चमका तो वह उठकर भागने लगा । वहीं वाहनों का फिटनेस नहीं होने से परेशान मौके पर इक्क्का वाहन स्वामियों का आरोप था कि आरआई विष्णु कुमार यहां पर बैठते ही नहीं है बाहरी युवक को आरआई बनाकर बेठा दिये हैं जो टोकन देने के साथ वाहनों के फेल,पास करने का कार्य करता है।

वाहन स्वामियों ने गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि यहां पर बिना सुविधा शुल्क के वाहनों का फिटनेस नहीं होता है। सुविधा शुल्क लेने के लिए आरआई की ओर से सभी औपचारिकतायें पूरी होने के बाद भी 60 फीसदी वाहनों को फेल कर दिया जाता है। फिटनेस के लिए 200 वाहनों की लंबी- लंबी लाइनें लगी थी, पन्द्रह दिन से वाहन स्वामी चक्कर काट रहे हैं दो सौ वाहनों का रोजाना स्लाट है जिसमे, 150 गाड़ियों को अनफिट दिखा दिया जाता है कोई बवाल या हंगामा नहीं कर पाये इसके लिए यहां पर प्राइवेट बांउसर तैनात किये हैं जो फिटनेस सेंटर से लोगों को भगाने का कार्य करते हैं।


वर्जन-
लखनऊ आरटीओ कार्यालय में अनाधिकृत कर्मचारियों के कार्य करने की जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है अगर ऐसा है तो इसकी जांच कराकर संबंधित अधिकारियों,कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी । व्यवस्थाओं में सुधार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। 
चन्द्र भूषण सिंह,परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश 

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