खत्म हुई एक प्रेम कहानी.... इंदिरा नहर में शनिवार को मिला था नाबालिग प्रेमी युगल का शव
अमृत विचार, लखनऊ। अगर घर वाले उन्हें समझाने की कोशिश करते शायद यह दिन न देखना पड़ता और दोनों जिंदा होते। यह सवाल शनिवार दोपहर इंदिरा नहर में मिले नाबालिग प्रेमी युगल के शवों को देख लोगों के जेहन में कौंध रहा था। मौजूद लोग दबी जुबान कहते नजर आए कि दोनों परिवार अगर मिल-बैठकर इस मसले का हल निकालते तो यह हादसा न होता और प्रेमी युगल असमय अपने जीवन की इंहलीला समाप्त न करते और झूठी शान के चलते एक प्रेम कहानी का अंत न होता। आत्महत्या के बाद जब इसकी जानकारी परिवारीजनों को दी गई तो वह मौके पर पहुंचे, शव लेकर चल दिए।
पुलिस ने किए सवाल, परिजनों ने साधी चुप्पी
बीबीडी प्रभारी निरीक्षक विनय कुमार सरोज ने बताया कि इंदिरा नहर में शनिवार दोपहर प्रेमी-युगल का शव मिलने से लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। जानकारी होने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने आस-पास के लोगों से शवों की शिनाख्त कराने की कोशिश की, लेकिन उस वक्त पहचान नहीं हो सकी। इसके बाद पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। रविवार को जानकारी होने पर परिजनों ने दोनों की शिनाख्त करते हुए शव अपने साथ ले गए हैं।
एक ही थाना क्षेत्र से थे नाबालिग युगल
विभूतिखंड एसीपी अभय प्रताप मल्ल के मुताबिक, मृतक किशोर (16) बाराबंकी जनपद के बद्दूपुर थानाक्षेत्र के लिलौई गांव का निवासी था। जबकि किशोरी (15) बद्दूपुर थानाक्षेत्र के अमृतपुर गांव की रहने वाली थी। परिजनों ने एक-दूसरे को पहचानने से इनकार कर दिया है। इसके बाद परिवारीजन दोनों का शव लेकर अपने-अपने घर चले गए। जब पुलिस ने नहर से दोनों का शव बाहर निकाला था तो उस वक्त दोनों के शव आपस में लिपटे हुए थे।
हफ्ते भर पुराना है नाबालिग युगल का शव
इंदिरानहर चौकी प्रभारी अजीत सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टिया से दोनों का शव करीब एक हफ्ते पुराना हैं। पानी में दोनों की बॉडी फूल गई थी। इसके चलते शव उतराने लगा था। शव की दुर्गंन्ध उमड़ने पर लोगों को इस बात की जानकारी हुई। उनका शव नहर के गेट में फंस गया था। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन दोनों का शव लेकर अपने-अपने घर चले गए हैं।
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