अयोध्यावासी साल भर में गटक गए 2 करोड़ 28 लाख बोतल मदिरा, 431 करोड़ 90 लाख का राजस्व हासिल हुआ
अयोध्या, अमृत विचार। जनपद वासियों में मदिरा का प्रेम बढ़ता ही जा जा रहा है। बीते वित्तीय वर्ष में जनपद के लोगों ने 2 करोड़ 28 लाख बोतल मदिरा गटक डाली, जिससे आबकारी महकमें को 431 करोड़ रूपये से ज्यादा का राजस्व हासिल हुआ और विभाग की बल्ले-बल्ले है। खपत और बिक्री में उछाल के चलते विभाग को गत वित्तीय बर्ष की अपेक्षा इस बार 37 करोड़ ज्यादा राजस्व हासिल हुआ है।
गौरतलब है कि आबकारी विभाग की ओर से अंग्रेजी, देशी शराब और बीयर की बिक्री के लिए थोक के साथ निर्धारित लाइसेंस शुल्क जमा कराने और अन्य कागजी औपचारिकताओं को फुटकर कराने के बाद एक अप्रैल से 31 मार्च तक के लिए लाइसेंस जारी किया जाता है। विभागीय पैमाने के मुताबिक नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत की सीमा में स्थित आबकारी दुकानों की गणना शहरी तथा जिला, क्षेत्र व ग्राम पंचायत क्षेत्र की दुकानों की गणना ग्रामीण के श्रेणी में की जाती है।
आबकारी विभाग की ओर से तैयार कराये गए रिकार्ड के मुताबिक बीते वित्तीय वर्ष 2022-23 में जनपद में देशी-विदेशी शराब और बीयर की कुल 1 करोड़ 70 लाख 70 हजार 817 लीटर अर्थात कुल 2 करोड़ 27 लाख 61 हजार 89 बोतल की बिक्री की गई। जिसमें अंग्रेजी शराब की खपत 27 लाख 72 हजार 692 लीटर, देशी शराब की खपत 91 लाख 02 हजार 543 लीटर और बीयर की 71 लाख 95 हजार 582 लीटर रही।
देशी पीने वाले सबसे ज्यादा, बीयर के शौक़ीन भी कम नहीं
-आबकारी विभाग के रिकार्ड को देंखे तो पता चलता है कि जनपदवासियों को सबसे ज्यादा पसंद देशी शराब है, हलांकि जिले में बीयर के शौक़ीन भी कम नहीं है। बीते वित्तीय वर्ष में जहां देशी शराब की खपत 91 लाख 02 हजार 543 लीटर रही वहीं जिले वासियों ने 71 लाख 95 हजार 582 लीटर बीयर का सेवन किया। वहीं विदेशी मदिरा का सेवन महज 27 लाख 72 हजार 692 लीटर ही हुआ।
जिला आबकारी अधिकारी अतुलचंद्र द्विवेदी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में जनपद में कुल 431 करोड़ 90 लाख का राजस्व हासिल हुआ है। जो गत वर्ष में हासिल राजस्व 394 करोड़ 60 लाख से 37 करोड़ 30 लाख ज्यादा है।
दुकान अंग्रेजी शराब 80
शहरी 35
ग्रामीण 45
दुकान देशी शराब 222
शहरी 60
ग्रामीण 162
दुकान बीयर 63
शहरी 32
ग्रामीण 31
मॉडल शॉप 2
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