मुरादाबाद : यह है रोडवेज डिपो पीतलनगरी, नाक पर रुमाल रखना है मजबूरी...जानिए क्यों?

सप्ताह भर से फूटे अंडों की बदबू से जूझ रहे यात्री

मुरादाबाद : यह है रोडवेज डिपो पीतलनगरी, नाक पर रुमाल रखना है मजबूरी...जानिए क्यों?

मुरादाबाद, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी के दावों का स्याह सच देखना हो तो यहां आइये। यह है रोडवेज डिपो का बस अड्डा पीतलनगरी। यहां रामनगर- हल्द्वानी, लखनऊ, आगरा, बरेली की बसों का संचालन होता है। संभल जिले की बसों मुख्य केंद्र यही है। सप्ताह भर से यह डिपो दुर्गंध और बदबू का ठिकाना बन गया है। गुरुवार को बेहिसाब गर्मी में यहां से हजारों यात्रियों को बरेली-लखनऊ रूट की बसों के इंतजार में देखा गया।

भारी संख्या में नियमित यात्री यहां से सफर करते हैं। छात्र, युवा औ सौलानियों को यहां से बसें मिलती हैं। डिपो की 150 से अधिक अपनी बसें हैं। अन्य राज्य यानी उत्तराखंड, राजस्थान और हरियाणा राज्य की बसें भी यहां से सवारी भरती हैं। आश्चर्य की बात यह है कि हजारों की संख्या में यात्री यहां नाक पर रुमाल रख कर बसों के इंतजार में खड़े होने को मजबूर हैं। पेड़ों की छांव में खड़े लोगों में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और युवतियों को उल्टी करते देखा जा रहा है। इस हालात से रोडवेज प्रबंधन सूचित भी है। उसके बाद भी परिसर की सफाई पर किसी का ध्यान नहीं है।

नाम न छापने की शर्त पर कर्मचारी बताते हैं कि कुछ दिन पहले मुर्गी के अन्ड़े से भरी ट्रक पलट गयी। उसके बाद सड़क से लेकर पेड़ों की छांव तक अंड़े बिखर कर फूट गए। उसके बाद पूरा परिसर टूटे अंडों के पानी से गीला हो गया। तभी से सड़क से लेकर परिसर तक बदबू का डेरा है। गुरुवार को क्षेत्रीय प्रबंधक परवेज खान परिचालन से जुड़े कक्षों का निरीक्षण करके वापस लौट गए। लेकिन इस दुर्गंध के निदान की बात तो दूर, उधर ध्यान तक नहीं दिया। केंद्र प्रभारी केपी सिंह का कहना है कि कर्मचारी क्या कर सकते हैं। बदबू से सभी परेशान हैं। निगम को भी इस समस्या से कुछ लेना देना नही है।

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