मुरादाबाद : मकान खाली कराने के नाम पर 20 हजार लेने वाला सिपाही लाइन हाजिर, डीआईजी ने की कार्रवाई

मुरादाबाद : मकान खाली कराने के नाम पर 20 हजार लेने वाला सिपाही लाइन हाजिर, डीआईजी ने की कार्रवाई

मुरादाबाद, अमृत विचार। मझोला थाने में तैनात सिपाही मकान खाली कराने के नाम पर पैसा लेने के आरोप में सिपाही लाइन हाजिर कर दिया गया। डीआईजी शलभ माथुर ने की कार्रवाई की है। इस कार्य के लिए 20,000 रुपये लेने की जांच में पुष्टि के बाद यह कार्रवाई की गयी है। कोर्ट के आदेश पर आवास किराएदार से खाली कराकर कब्जा दिलाना था। लेकिन बाद में किराएदार आवास में ताला बंदकर गायब हो गया।

आरोप है कि सिपाही ने महिला से बातचीत कर आवास खाली कराने का जिम्मा ले लिया। आवास खाली नहीं होने पर महिला ने रुपये मांगे तो सिपाही धमकी देने लगा। पीड़ित ने मामले की शिकायत डीआइजी शलभ माथुर से की। डीआईजी ने सिपाही को लाइन हाजिर कर सीओ सिविल लाइंस को जांच के बाद सात दिनों में रिपोर्ट मांगी है। सिविल लाइंस क्षेत्र के जिगर कालोनी निवासी शालू धमीजा का कहना है कि लाइनपार चाऊ की बस्ती में उनका पैतृक आवास है। इनके पिता ने उर्मिला धानू को किराए पर दिया था। साल 2002 में किराए को लेकर विवाद हो गया था। जिसके बाद मामला कोर्ट में चला या।

कोर्ट ने 23 फरवरी को आवास पर कब्जा दिलाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश जारी किए थे। जिसके लिए तय फीस भी पुलिस विभाग में जमा की गई थी। कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराने के लिए जब पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची तो किराएदार आवास पर ताला लगाकर चला गया। इसके बाद मझोला थाने में तैनात सिपाही साबिर अली ने आवास खाली कराने के नाम पर 20,000 रुपये ले लिए। लेकिन चार माह बीतने के बाद भी जब आवास नहीं खाली हुआ। इस मामले में शिकायत डीआइजी शलभ माथुर से की गयी थी। मामले में गोपनीय जांच के आदेश दिए गए थे।

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