मोहम्मद शमी इस समय कहां हैं? क्रिकेटर के चाहने वालों की धड़कन बढ़ी, घर के लोग भी खामोश...जानिए पूरा मामला

पैतृक गांव सहसपुर अलीनगर में बकरीद मनाने के बाद दो दिन पहले मोहम्मद शमी गए दिल्ली, बोले शमी के मामा, अधिवक्ता के जरिए कोर्ट में जाएंगे

मोहम्मद शमी इस समय कहां हैं? क्रिकेटर के चाहने वालों की धड़कन बढ़ी, घर के लोग भी खामोश...जानिए पूरा मामला

आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। वेस्टइंडीज टेस्ट मैच से विश्राम लेने वाले क्रिकेटर मोहम्मद शमी की पेशानी पर फिर बल पड़ने के दिन आ गए। पत्नी हसीन जहां की कानूनी लड़ाई में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उनका दिल धड़का दिया। चाहने वालों की भी धड़कन बढ़नी स्वाभाविक है। सुप्रीम कोर्ट ने पति हसीन जहां की चार साल से शांत पड़ी लड़ाई में सुनवाई की घंटी बजा दी है। शीर्ष कोर्ट के इस आदेश के बाद शमी के दीवानों की धड़कन तेज हो गई। परिवार वाले भी तरह-तरह की आशंकाओं में डूब गए। 

ईद पर खेल में व्यस्त शमी घर नहीं आ पाए थे। जबकि शमी ने बकरीद पैतृक गांव सहसपुर अलीनगर (अमरोहा) में मनाई। घर, परिवार और उनके चाहने वालों ने इस मौके का खूब फायदा उठाया। अब सुप्रीम कोर्ट में शमी और हसीन जहां की कानूनी लड़ाई की सुस्त सुनवाई में तेजी के निर्देश दे दिए हैं। शीर्ष अदालत ने संबंधित सत्र न्यायालय को एक महीने के भीतर अपराधिक पुनरीक्षण और मामले के निपटाने के निर्देश दिए हैं। देर शाम सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई की जानकारी घर वालों को होते ही परिवार में उदासी छा गई। 

दो दिन पहले गांव से दिल्ली के लिए रवाना हुए मोहम्मद शमी इस समय कहां हैं? इस बात की सही जानकारी घरवाले देने को तैयार नहीं हुए। लेकिन, पारिवारिक सूत्रों की मानें तो बकरीद में घर के लोगों रिश्तेदारों और पास पड़ोसियों से खिलखिला कर मिलने वाले शमी ने कहा था कि वेस्टइंडीज टेस्ट का रेस्ट ऑस्ट्रेलिया मैच में असर दिखाएगा। मीडिया में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उनके प्रशंसकों के चेहरे पर मायूसी छा गयी। भाई हसीब सहित परिवार के अन्य लोग इस मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं हुए। 

सगे इकलौते मामा और पूर्व पत्रकार मूगीर कहते हैं कि साल 2019 में अलीपुर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने वारंट जारी किया था, जिसको शमी ने चुनौती दी थी। कोर्ट ने साल 2019 के सितंबर माह में वारंट और सुनवाई पर रोक लगा दी थी। अब शीर्ष न्यायालय ने हसीन जहां के आवेदन पर जो निर्देश दिया है, उसका अधिवक्ता के जरिए अध्ययन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोर्ट के निर्णय का सभी को सम्मान करना है। शीर्ष न्यायालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश के तहत अधिवक्ता के जरिए हम अपना पक्ष रखेंगे। 
 

उधर, शमी और हसीन जहां के बीच की कानूनी लड़ाई में अचानक आई तेजी की सूचना बिजली की तरह कौंध गई।  मोहम्मद शमी के कोच रहे बदरुद्दीन कहते हैं भारत वेस्टनडींज के बीच टेस्ट में उसने रेस्ट मांगा था। ऐसा उन्होंने ने अपने बेहतर प्रदर्शन के किया था। अब इस बात की पूरी संभव है कि खेल और प्रदर्शन पर असर पड़े। वह कहते हैं कि विपरीत परिस्थितियों में भी शमी ने अपने प्रशंसकों को यह बताया है कि खेल में बेहतर उनका लक्ष्य है। हाल के दिनों में बेहतरीन प्रदर्शन करके यह साबित किया है कि शानदार खेल ही उनका लक्ष्य है।

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