अयोध्या : शहर में पूरी तरह से ध्वस्त हुआ बिजली आपूर्ति का रोस्टर, संकट चरम पर
अमृत विचार, अयोध्या । प्रदेश सरकार की ओर से जारी बिजली आपूर्ति का रोस्टर जिले के नगरीय और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में ध्वस्त हो गया है। बीते 72 घंटे के दौरान पूरे जिले में अभूतपूर्व बिजली संकट छाया हुआ है। शहरी क्षेत्र में 24 घंटे आपूर्ति का दावा फुस्स हो गया है तो ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे की आपूर्ति की कोई लोकेशन नहीं मिल रही है। नतीजा भीषण उमस भरी गर्मी में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
माह भर पहले जून में सरकार की ओर से बिजली आपूर्ति को लेकर तमाम निर्देश दिए गए थे। शहरी इलाकों में अनवरत 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे की आपूर्ति का आदेश दिया गया था। इसके अलावा जले ट्रांसफार्मरों को 24 घंटे में बदले जाने और कटौती पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई थी। यह सब केवल घोषणा तक ही सिमट कर रह गया है। खुद पावर कापोर्रेशन के अफसर स्वीकार रहे हैं कि आदेश को अमलीजामा पहना पाना मुमकिन नहीं है।
हालांकि खुलकर कोई बोलने को तैयार नहीं है। बीते 72 घंटे के दौरान जिले की आपूर्ति व्यवस्था और भी बुरी तरह लड़खड़ा गई है। ट्रांसमिशन कंट्रोल रोस्टर के अनुसार आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिले के तहसील क्षेत्रों में कुल मिलाकर पांच से सात घंटे ही आपूर्ति हो पा रही है जबकि नगरीय क्षेत्रों में 14 से 15 घंटे। इतना ही नहीं इसके अतिरिक्त आपात कटौती के कारण 24 घंटे का रोस्टर लड़खड़ा गया है। स्थिति यह है कि शहरी क्षेत्र में सिविल लाइन और नाका व कौशलपुरी इलाके को छोड़कर अन्य उप केन्द्रों अधीन क्षेत्रों में अनवरत आठ घंटे भी आपूर्ति नहीं मिल रही है।
सर्वाधिक प्रभावित नगरीय इलाकों में चौक, रीडगंज, नियांवा, बजाजा, साहबगंज, अमानीगंज, रिकाबगंज, कंधारी बाजार, हसनूकटरा आदि शामिल हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में गोसाईगंज, सोहावल, रुदौली, अमानीगंज, मिल्कीपुर, पूराबाजार और अन्य ग्रामीण फीडर शामिल हैं। गुरुवार को नियावां उपकेंद्र में आई तकनीकी दिक्कत के कारण आठ मोहल्लों में बिजली आपूर्ति पूरी रात ठप रही। करीब 28 हजार की आबादी अंधेरे और भीषण उमस भरी गर्मी में बेहाल रही।
वहीं इससे पहले बुधवार रात बछड़ा सुल्तानपुर मोहल्ले में ट्रांसफार्मर जलने से 36 घंटे आपूर्ति ठप रही। ट्रांसफार्मर भी इतने समय के बाद ही बदला जा सका। इसके चलते साहबगंज क्षेत्र में गुरुवार रात को आपूर्ति सुचारू हुई। कंट्रोल रूम के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे खराब स्थिति सोहावल, पूराबाजार और अमानीगंज की है जहां 18 के मुकाबले मात्र पांच घंटे ही आपूर्ति ही हो रही है। इन सबके बाद भी बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी दावे से पीछे नहीं हट रहे हैं।
बिजली संकट की आग में अब घी सरीखी बन गई है ट्रिपिंग
वर्तमान में चल रहे बिजली संकट में ट्रिपिंग घी का काम कर रही है। चौक उपकेन्द्र से जुड़े रामपथ निर्माण के दायरे में आने वाले मोहल्लों में बीस से पच्चीस मिनट पर ट्रिपिंग आम हो गई है। अनवरत आपूर्ति अब इन इलाकों के लोगों के लिए बीती बात हो गई है। ट्रिपिंग का कारण ओवरलोड बता कर विभाग पल्ला झाड़ ले रहा है लेकिन सच्चाई यह है कि जर्जर तारों और पुराने ट्रांसफार्मरों के चलते ट्रिपिंग हो रही है। बार - बार ट्रिपिंग से लोगों के घरेलू उपकरण प्रभावित हो रहे हैं।
इधर, गर्मी और बिजली संकट को लेकर स्कूलों का समय बदलने की मांग
जबरदस्त गर्मी और ग्रामीण क्षेत्रों में में बिजली आपूर्ति की दशा को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ मुखर हुआ है। संघ के जिलाध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी और जिला मंत्री डॉ चक्रवर्ती सिंह ने डीएम को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में भीषण गर्मी व उमस को देखते हुए विद्यालय समय परिवर्तन की मांग उठाई गई थी। संघ ने कहा है कि वर्तमान समय में अत्यधिक उमस भरी गर्मी के चलते जनपद में संचालित परिषदीय विद्यालयों जिनका समय प्रात: 8 बजे से अपरान्ह 2 बजे तक हैं जो कि नौनिहाल बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए बहुत ही प्रतिकूल है।
डीएम को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि यह भी अवगत कराना है कि नगरीय क्षेत्रों में रोड चौड़ीकरण को लेकर यातायात व विद्युत व्यवस्था बाधित हो रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में भी विद्युत आपूर्ति 8 से 2 बजे के मध्य नाम मात्र ही मिल पा रही है। ऐसी स्थिति में भीषण उमस भरी गर्मी में विद्यालय के छात्र बहुत अधिक प्रभावित है। संघ यह अनुरोध करता है कि विद्यालय का समय माध्यमिक विद्यालयों के समयानुसार प्रात: 7 से 12 या 7:30 से 12:30 बजे तक करने पर विचार किया जाए।
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