गुलाम नवी प्रकरण : भोजपुर थानाध्यक्ष ने एसएसपी को भेजी रिपोर्ट, आरोपों को बताया फर्जी
गुलाम नवी प्रकरण : पिता थानाध्यक्ष-दरोगा पर लगा रहा बेटे की हत्या कर शव गायब करने का आरोप
निर्मल पांडेय, अमृत विचार। बहेड़ी ब्रह्मनान का अब्दुल खालिक उर्फ खालिक अंसारी अपने बेटे गुलाम नवी की हत्या कर शव गायब करने का आरोप पुलिस पर लगा रहा है। इस मामले में भोजपुर थानाध्यक्ष ने एसएसपी को जांच रिपोर्ट भेजी है।
थानाध्यक्ष ने एसएसपी को बताया है कि खालिक ने पुलिस, प्रधानाध्यापक और अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध कुल 30 ऑनलाइन प्रार्थना पत्र दिए हैं। जांच रिपोर्ट में एक मामले में प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पांचाल पर 15 लाख रुपये और दूसरे मामले में विवेचक अनिल कुमार पर 5.10 लाख रुपये घूस लेने के आरोप का भी जिक्र किया है। ये आरोप भी खालिक और उसके बेटे गुलाम नवी ने लगाकर उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिए थे।
थानाध्यक्ष की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, 22 जुलाई को खालिक की पत्नी बतूलन और उसके बेटे गुलाम नवी, फैजुल ने प्राथमिक विद्यालय बेहड़ी ब्रह्मनान द्वितीय में प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापकों से गाली-गलौज की और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। प्रधानाध्यापक मनोज कुमार की तहरीर पर 26 जुलाई को तीनों आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई। प्रधानाध्यापक से आरोपी समझौते का दबाव बनाने लगे। बात नहीं बनी तो 5 अगस्त को गुलाम नवी फिर प्राथमिक विद्यालय गया और शिक्षकों को धमकाने लगा।
खबर मिली तो दरोगा संजय कुमार ने गुलाम नवी को शांति भंग होने के आरोप में गिरफ्तार कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने मुचलके पर छोड़ दिया लेकिन, गुलाम नवी कोर्ट से जाने को तैयार नहीं था, वह बैठा रहा। ठाकुरद्वारा थानाध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने गुलाम नवी को सीएचसी ले जाकर रात 8:40 बजे उसका मेडिकल कराया और उसकी बहन खुशबू की सुपुर्दगी में दिया। अब गुलाम नवी का पिता खालिक दरोगा संजय व थानाध्यक्ष अमरनाथ वर्मा पर बेटे की गोली मारकर हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगा रहा है।
नाम और मोबाइल नंबर बदल कर दिए हैं 30 प्रार्थना पत्र
जांच रिपोर्ट के मुताबिक खालिक आए दिन पुलिस एवं प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार और गांव के अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध नाम और मोबाइल नंबर बदल-बदल कर अब तक ऑनलाइन 30 प्रार्थना पत्र दे चुका है। प्रार्थना पत्र के साथ खालिक ने जो फोटोग्राफ संलग्न किए हैं, वह 18 नवंबर 2022 के हैं। इस दिन पूर्व चौकी प्रभारी विजेंद्र सिंह ने शांति भंग मामले में गुलाम नवी का चालान किया था। वहीं फोटोग्राफ खालिक अपने प्रार्थना पत्र में संलग्न कर रहा है। गुलाम नवी के विरुद्ध 2019 में भी जानलेवा हमला और मारपीट के आरोप में भोजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी, उसमें वह जेल भी गया था।
जांच रिपोर्ट में पुराने मामलों का किया जिक्र
18 नवंबर 2022 को मारपीट के आरोप में भोजपुर थाने में शाहिद हुसैन पुत्र आबिद हुसैन बनाम गुलाम नवी पर मामला दर्ज हुआ था। इसकी जांच दरोगा विजेंद्र सिंह ने की थी। इसमें विजेंद्र सिंह ने गुलाम नवी को 19 नवंबर 2022 को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसे एसडीएम कोर्ट में पेश भी किया था। एसडीएम कोर्ट ने गुलाम नवी के विरुद्ध 14 दिन का रिमांड स्वीकृत किया था। उसी वजह से खालिक दरोगा विजेंद्र सिंह पर पैसा लेकर कार्रवाई करने के संबंध में प्रार्थना पत्र देकर शिकायत करना शुरू कर दिया था, फिर गुलाम नवी ने जानलेवा हमला व अन्य आरोपों के तहत 20 मार्च को मामला दर्ज कराया। विवेचक अनिल कुमार ने अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
भाई की खबर पाकर उसकी बहन किन्नर खुशबू दिल्ली से ठाकुरद्वारा थाने पहुंची थी। वहां बवाल कर रही थी। इसके पहुंचने से पहले ठाकुरद्वारा थानाध्यक्ष बिजेंद्र सिंह एसडीएम कोर्ट पहुंचकर गुलाम नवी को थाने ले आए थे। किन्नर खुशबू के बवाल को देखकर उन्होंने उसी दिन पांच अगस्त की रात 8.40 बजे सीएचसी ठाकुरद्वारा में गुलाम नवी का मेडिकल परीक्षण कराया था। जीडी पर तस्करा दर्ज कर किन्नर खुशबू की सुपुर्दगी में उसे सौंप दिया था। इसके बाद वह कहां चला गया? यह पता नहीं है। - अमरनाथ वर्मा, थानाध्यक्ष-भोजपुर
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