बरेली: पुलिस ने माना नहीं मिलेगी कोहिनूर, फाइल की बंद

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बरेली,अमृत विचार। चार साल पहले लापता हुई कोहिनूर का पुलिस आज तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। जबकि परिवार के लोग अब भी उसके लौटने की आस लगाए हुए है। वहीं पुलिस ने कोहिनूर के न मिलने की उम्मीद लगाकर मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर फाइल को बंद कर दिया है। बिथरीचैनपुर थाना क्षेत्र …

बरेली,अमृत विचार। चार साल पहले लापता हुई कोहिनूर का पुलिस आज तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। जबकि परिवार के लोग अब भी उसके लौटने की आस लगाए हुए है। वहीं पुलिस ने कोहिनूर के न मिलने की उम्मीद लगाकर मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर फाइल को बंद कर दिया है।

बिथरीचैनपुर थाना क्षेत्र के गांव मनपुरिया दलेल निवासी सब्जी व्यापारी कदीरुद्दीन पुत्र जफीरुद्दीन सब्जी विक्रेता हैं। 22 अगस्त 2016 को वह पत्‍‌नी अफसाना और पांच बच्चों के साथ सो रहे थे। सुबह देखा तो दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली सबसे छोटी बेटी कोहिनूर नहीं मिली। घर से कुछ रुपये व उनका मोबाइल भी लापता था।

इसके साथ ही उसी रात में गांव के कई और घरों में भी चेारी हुई थी। पुलिस ने पहले गुमशुदगी बाद में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की। कई साल बाद भी थाना पुलिस बच्ची का सुराग नहीं लगा सकी। तलाश में क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया था। मगर बच्ची का कोई सुराग नहीं लग सका।

परिवार के लोगों ने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों समेत केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार से भी बेटी की बरामदगी की मांग उठाई लेकिन अब तक बच्ची नहीं मिली। अब पुलिस ने भी कोहिनूर के मिलने की आस छोड़कर मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। बिथरी चैनुपर इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि कोहिनूर के गायब होने का मामला उनकी जानकारी में नहीं है।

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