चित्रकूट: भदई अमावस्या में उमड़ा आस्था और भक्ति का 'समुद्र', लाखों श्रद्धालुओं ने की कामदगिरि की परिक्रमा

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Published By Deepak Mishra
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चित्रकूट, अमृत विचार। जैसा कि पूर्वानुमान था, भदई अमावस्या पर तीर्थक्षेत्र को मानो आस्था और भक्ति ने आत्मसात कर लिया हो। लगभग पंद्रह लाख श्रद्धालुओं ने यहां आकर आस्था और भक्ति का मेला जैसा लगा दिया। पुलिस और प्रशासन की चौकसी की वजह से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।

भाद्रपद अमावस्या का तीर्थक्षेत्र में अलग महत्व है। दीपावली के पूर्व होने वाली यह वह अमावस्या है, जिस अवसर पर दूरदराज , भी लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। अमावस्या का मेला बुधवार से ही शुरू हो गया था। भारी तादात में श्रद्धालु पैदल ही तीर्थक्षेत्र पहुंचे। राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात भर आस्थावानों का रेला पैदल चलता नजर आया। इसके अलावा निजी वाहनों और सरकारी बसों, ट्रेनों से भी श्रद्धालु तीर्थक्षेत्र पहुंचे। 

लोगों ने मंदाकिनी में स्नान कर रामघाट में मत्यगजेंद्र नाथ भगवान का जलाभिषेक किया और कामदगिरि की परिक्रमा लगाई। उमस भरा माहौल भी इनकी आस्था को कम नहीं कर पाया। उधर, जिलाधिकारी अभिषेक आनंद और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला के नेतृत्व में अधिकारी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए रखे, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।   

दंडवती परिक्रमा न करने का आग्रह
तीर्थक्षेत्र के प्रति लोगों की बहुत आस्था है। तमाम लोग यहां लेटकर परिक्रमा लगाते हैं। भारी भीड़ में इस दंडवती परिक्रमा से कोई भी घटना होने की आशंका बनी रहती है। लाखों की भीड़ के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने इसे प्रतिबंधित किया था। ऐसे में  पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं से लेटकर परिक्रमा न करने का अनुरोध करते देखे गए। 

कई सेक्टरों में बांटा गया इलाका
तीर्थक्षेत्र को कई सेक्टरों और जोनों में बांटकर यहां अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। 800 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए। चित्रकूट पहुंचने वाले वाहनों का रूट भी डायवर्ट किया गया। तीर्थक्षेत्र के बाहर वाहन स्टैंड और पार्किंग स्थल बनाया गया।

ड्रोन से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में भाद्रपद अमावस्या मेला की सुरक्षा एवं संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी करने के लिए रामघाट एवं परिक्रमा मार्ग में ड्रोन कैमरे की मदद ली गई। इसके अलावा मेला ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों की चौकसी को भी परखा गया। 

दोनों राज्यों के अधिकारी रहे मुस्तैद
तीर्थक्षेत्र उप्र के अलावा मप्र के अंतर्गत भी आता है। ऐसे में दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच समन्वय भी जरूरी होता है। बीते दिनों डीएम की अगुवाई में इस संबंध में बैठक कर मुख्य बिंदुओं पर चर्चा कर रूपरेखा भी बनाई गई थी। 

चित्रकूट के डीएम और एसपी के साथ डीएम सतना अनुराग वर्मा एवं एसपी आशुतोष गुप्ता ने राष्ट्रीय रामायण मेला,  रामघाट आदि में जोनल मजिस्ट्रेट व सेक्टर मजिस्ट्रेट से जानकारी ली और  सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस अवसर पर एसडीएम प्रमोद कुमार झा, राजबहादुर,  क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव,  ईओ लालजी आदि अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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