बरेली: सड़क और नालियां गायब...घरों में घुस रहा पानी, गंदगी के चलते कई परिवारों का पलायन
बरेली, अमृत विचार। शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तमाम विकास कार्य चल रहे हैं। वहीं शहर के तमाम इलाके ऐसे हैं जहां नालियों में रुटीन सफाई और सड़क निर्माण नहीं होने की वजह से कई परिवार पलायन कर चुके हैं। वहीं गंदगी की वजह से पनप रहे मच्छरों की वजह से मोहल्ले के तमाम लोग डेंगू, मलेरिया और टायफाइड जैसी मच्छरजनित बीमारियों से ग्रसित हैं, लेकिन तमाम शिकायतों के बावजूद स्थानीय पार्षद से लेकर नगर निगम प्रशासन तक कोई समस्या समाधान के लिए तैयार नहीं है।

दरअसल, हम बात कर रहे हैं बरेली में नगर निगम कार्यालय के पास वॉर्ड-64 सिकलापुर और वॉर्ड-57 कालीबाड़ी की। जहां शाहमतगंज धर्मशाला के पास से लेकर कॉलेज गेट स्थित मित्तल पैथोलॉजी लैब तक नालियों और गली का हाल जर्जर है। जहां डॉ. सुरेश चंद्र अग्रवाल की पुरानी दुकान से चमेली देवी मंदिर तक तो हालात बद से बदतर हैं।

स्थानीय लोगों के मुताबिक इस गली में पिछले कई सालों से बारहों महीने जलभराव की स्थित बनी रहती है, क्योंकि यहां नालियां सालों से गायब हैं, जिसकी वजह से घरों का पानी सड़क पर बहता रहता है। जिससे आए दिन लोग सड़क पर फैली कांप में फिसलने से चोटिल हो जा रहे हैं। वहीं गली की सफाई को लेकर स्थानीय निवासी रचित अग्रवाल बताते हैं कि नगर निगम की तरफ से सफाई के नाम पर गली में आने वाले कर्मचारी महज खाना पूर्ति कर जाते हैं, जिसके चलते मजबूरन गली में रहने वाले लोगों को ही सफाई करनी पड़ती है। वहीं गोपाल खंडेलवाल का कहना है कि उन्होंने इस समस्या की नगर आयुक्त से लेकर मेयर तक से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं हो रहा है।

वहीं स्थानीय निवासी व राजकीय इंटर कॉलेज के लेक्चरार चंद्रमोहन बताते हैं कि गली में समस्या के निदान के नाम पर कई बार सीवर लाइन डालकर खानापूर्ति की गई, लेकिन उसे मुख्य लाइन से कनेक्ट नहीं किया गया। स्थानीय निवासी सुरेश अग्रवाल बताते हैं कि गली में पसरी नालियों की गंदगी में पलने वाले मच्छरों की वजह से उन्हें डेंगू हो गया था। जिसके चलते उन्हें करीब एक सप्ताह तक अस्पताल में रहना पड़ा, जहां से वह आज ही डिस्चार्ज हुए हैं। वहीं स्थानीय निवासी व बरेली कॉलेज के प्रोफेसर डॉ विकास शर्मा बताते हैं कि उनके मोहल्ले की पूरी गली जर्जर और नालियां ध्वस्त होने की वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है।

यही वजह है कि शनिवार रात और आज सुबह हुई बारिश की वजह से गली और नाली का गंदा अपनी उनके बेड रूम में घुस गया। यह हाल किसी एक घर का नहीं है, बल्कि सभी घरों का है। वहीं स्थानीय निवासी डब्बू उर्फ विभव अग्रवाल बताते हैं कि इस गली की बदहाली और नगर निगम की अनदेखी की वजह से तमाम परिवार पलायन कर चुके हैं, अगर प्रशासन ने कुछ साल और ध्यान नहीं दिया तो पूरी गली के लोग पलायन के लिए मजबूर हो जाएंगे।

आपको बता दें कि गली में रहने वाले अर्शित अग्रवाल इन समस्याओं की मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर दस-छिहत्तर पर कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन संबंधित अधिकारी द्वारा हर बार में फर्जी निस्तारण कर समस्या के समाधान के लिए उन्हें नाउम्मीद कर दिया है।
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