सुकन्या समृद्धि योजना पर बरेली कॉलेज की शिक्षिका करेंगी शोध
आईसीएसएसआर ने सहायक प्रो. कोमल मित्तल के प्रोजेक्ट का किया चयन
बरेली, अमृत विचार। बरेली कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग की सहायक प्रोफेसर कोमल मित्तल का भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) नई दिल्ली ने सुकन्या समृद्धि योजना पर रिसर्च प्रोजेक्ट स्वीकार किया है। प्रोजेक्ट समन्वयक ने बताया कि उत्तर प्रदेश से एक रिसर्च एसोसिएट, बिहार और हिमाचल प्रदेश से एक-एक रिसर्च अस्टिटेंट और बिहार और हिमाचल प्रदेश से पांच फील्ड इंवेस्टीगेटर्स का चयन किया जाएगा। इसके लिए 15 दिनों में आवेदन मांगे गए हैं।
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से भारत के उत्तरी और पूर्वी प्रदेशों में सुकन्या समृद्धि योजना का बालिकाओं की उच्च शिक्षा और उनकी विवाह योग्य आयु के निर्धारण में क्या पर प्रभाव पड़ा है इसका अध्ययन किया जाएगा। साथ ही साथ इस योजना की जागरूकता लोगों के मध्य कितनी है और अभिभावकों में लैंगिक समानता के संबंध में आने वाली सोच में होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन किया जाएगा। इसमें विभिन्न प्रदेशों के सुकन्या समृद्धि योजना के 2500 से अधिक बैंक और डाकघर में खाताधारकों से उनके विचार और निर्णय लेने में प्रभावी कारकों की पड़ताल की जाएगी।
इस शोध कार्य के लिए 20,00,000 रुपये के अनुदान की मांग की गई है। सुकन्या समृद्धि योजना वर्ष 2015 में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत प्रारंभ की गई केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस रिसर्च प्रोजेक्ट के अंतर्गत डॉ. कोमल मित्तल के साथ ही हिमाचल प्रदेश से डॉ. प्रोमिला देवी, बिहार से डॉ. रितिका मौर्य और डॉ. प्रियंका कुमारी भी जुड़ी हैं। उनकी इस उपलब्धि पर बरेली कॉलेज बरेली के प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय, चीफ प्रॉक्टर प्रो.आलोक खरे, प्रो. वंदना शर्मा, प्रो. शिखा ने बधाई दी।
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