बरेली: सड़क पर झटके खाने वाले देख रहे हैं ख्वाब... फिर हो कोई वैसी ही रात
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के दौरे से पहले अफसरों ने एक ही रात में बना दी थी रामपुर रोड से बड़ा बाईपास तक पांच किमी लंबी सड़क
बरेली, अमृत विचार। रामपुर रोड से बड़ा बाईपास को जोड़ने वाली पांच किलोमीटर लंबी जिस सड़क पर करीब 50 गांवों के लोगों का आना-जाना है, उनके लिए वर्ष 2009 की वो रात आज भी ऐसे खुशगवार सपने की है जिसे वे एक बार फिर सच होते देखना चाहते हैं। उस रात लोग इस सड़क को बेहद जर्जर हालत में छोड़कर सोए थे लेकिन सुबह उठे तो आलीशान सड़क चमचमा रही थी। वजह यह थी कि अचानक तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती का इसी इलाके के एक अंबेडकर गांव के निरीक्षण का कार्यक्रम आया था, जिसके बाद खौफ में आए अफसरों ने रातोंरात पांच किमी लंबी सड़क का निर्माण करा डाला।
मायावती के दौरे के बाद यह सड़क करीब पांच साल तक लोगों को सहूलियत देती रही लेकिन अब फिर ऐसी हालत में पहुंच गई है कि वे गाहे-बगाहे मायावती को याद कर लेते हैं। शुरू से आखिर तक इस सड़क पर सैकड़ों गड्ढे हैं जिसकी वजह से 10 मिनट का सफर तय करने में घंटा भर तक लग जाता है। शरीर का जोड़-जोड़ हिल जाता है, वह अलग। लोग बताते हैं कि रामपुर हाईवे से मथुरापुर होते हुए यह सड़क परधौली गांव के पास बड़ा बाईपास से मिलती है। पहले भी इसकी हालत काफी खराब थी लेकिन एक दिन अचानक जैसे इस सड़क के साथ लोगों की भी किस्मत पलट गई।
शाम के वक्त प्रशासन के अफसरों के पास तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती का अचानक बरेली आने और किसी एक अंबेडकर गांव के निरीक्षण का कार्यक्रम आया। संभावित अंबेडकर गांवों में एक फरीदपुर क्षेत्र तो दूसरा परधौली के पास हमीरपुर था। हमीरपुर का रास्ता मथुरापुर से जाने वाली बदहाल सड़क से जुड़ता था। लिहाजा लखनऊ से यह कार्यक्रम जारी होते ही अधिकारियों में इस कदर हड़कंप मचा कि उन्होंने रात में ही पांच किमी लंबी सड़क का निर्माण करा दिया। सुबह लोगों ने नई बनी सड़क को देखा तो हैरान रह गए। सड़क करीब पांच साल चली। फिर गड्ढे होने की शुरुआत हुई लेकिन न किसी अधिकारी ने ध्यान दिया न किसी जनप्रतिनिधि ने। लोग बताते हैं कि कई सालों से सड़क पर पैचवर्क तक नहीं हुआ है।
शहर और भोजीपुरा विधानसभा में है सड़क
रामपुर हाईवे से अंदर आते ही मथुरापुर गांव है और उसके बाद बंडिया। ये दोनों नगर निगम के वार्ड- 27 में आते है। उसके बाद ग्राम पंचायतें शुरू हो जाती हैं, जिनमें तिलियापुर, परधौली और दूसरे कई गांव हैं। मथुरापुर और बंडिया गांव शहर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है लिहाजा इस हिस्से का निर्माण कराने का जिम्मा शहर विधायक और मेयर पर है। तिलियापुर और परधौली समेत दूसरे गांव भोजीपुरा क्षेत्र में हैं जिनकी जिम्मेदारी जिला पंचायत अध्यक्ष और भोजीपुरा विधायक की है लेकिन किसी ने भी सड़क की हालत पर कोई ध्यान नहीं दिया।
सड़क को बनवाने के लिए अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। कई बार सड़क की मरम्मत कराई भी जा चुकी है। - मीरा देवी, पार्षद मथुरापुर
भोजीपुरा विधायक से सड़क बनवाने को कहा था। नापजोख हो गई है। उम्मीद है कि जल्द काम शुरू हो जाएगा। - रहीसउद्ददीन, प्रधान तिलियापुर
सड़क गड्ढों से भर गई है, बारिश में पानी भर जाता है तो लोगों का आनाजाना बेहद मुश्किल हो जाता है। एक बार मुख्यमंत्री मायावती के आने की सूचना पर एक रात में सड़क पड़ गई थी। उसके बाद कभी गड्ढे तक नहीं भरे गए। -अरमान खान, तिलियापुर
मथुरापुर से लेकर परधौली तक सड़क की हालत बेहद खराब है। ऑटो और बाइक तक से सफर करना बहुत मुश्किल काम है, फिर भी कोई सड़क बनवाने की सुध नही ले रहा है। - साजिद हुसैन, बंडिया
सड़क की हालत बहुत खराब हो गई है। गहरे गड्ढे होने की वजह से कई बार बाइक गिरने का डर रहता है। सड़क को पड़वाने की पहल नहीं की जा रही है-आरिफ अली, मथुरापुर।
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