अमरोहा: मौका मिलते ही शमी ने खुद को किया साबित, विश्व कप के दो मैचों में शमी ले चुके हैं नौ विकेट

Amrit Vichar Network
Published By Priya
On

गांव सहसपुर में जश्न का माहौल

सलमान खान, अमरोहा, अमृत विचार। जनपद के गांव सहसपुर में इन दिनों जश्न का माहौल है। इस गांव का लाल विश्वकप में बेतहरीन प्रदर्शन कर रहा है। इसे लेकर पूरे जिले में लोगों की जुबान पर मोहम्मद शमी का ही नाम है। परिवार के अलावा शहर के किक्रेट प्रेमियों का कहना है कि शमी को जब भी खेलने का मौका मिला है, उन्होंने खुद को साबित करके दिखाया है।

इंडिया टीम के बेहतरीन तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी कई बार टीम से बाहर हुए हैं। लेकिन जब भी उनकी वापसी हुए है तभी उन्होंने दमदार प्रदर्शन से खुद को साबित किया है। 2019 में हुए विश्वकप में इंग्लैंड की उछाल भरी पिच पर भी शमी ने शानदार प्रदर्शन किया था। पिछली बार शमी ने विश्व कप में 14 विकेट लिए थे। 2019 के बाद शमी ने दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला। इसमें उन्होंने हर टीम के खिलाफ एक मैच में चार से ज्यादा विकेट लिए।

इस बार भारत ने विश्व कप की तैयारियां 2023 के शुरुआत से ही कर दी थी। उस समय की सीरीज में शमी को मौका नहीं मिला। इसके बाद टीम वेस्टइंडीज गई, लेकिन फिर भी शमी को शामिल नहीं किया गया। एशिया कप के लिए जो टीम बनी उसमें भी शमी को बाहर रखा गया। विश्व कप से ठीक पहले शमी को मौका मिला। 22 सितंबर को मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे सीरीज के मैच में उन्हें खिलाया गया। इसमें उनके पास खुद को साबित करने का मौका था। इसलिए शमी ने दमदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच बने। 

इसके बाद पांच अक्टूबर से विश्व कप की शुरुआत हुई। चयनकर्ताओं ने शमी पर भरोसा जताते हुए उन्हें 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया। भारत ने पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से खेला और विजय का आगाज किया। लेकिन शमी इस टीम में शामिल नहीं थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश के खिलाफ मैच खेले। इन मैचों में भी शमी को मौका नहीं मिला। बांग्लादेश के खिलाफ हार्दिक पांड्या चोटिल हो गए। इस पर शमी को टीम में शामिल कर लिया गया। शमी को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने का मौका मिला। नौंवे ओवर में कप्तान ने गेंद उन्हें थमाई। पहली ही गेंद इतनी घातक थी कि न्यूजीलैंड के ओपनर विल यंग क्लीन बोल्ड हो गए। इसके बाद शमी ने रचिन रवींद्र, सैंटनर, हेनरी और मिचेल को आउट किया। यह दूसरा मौका था जब शमी ने विश्व कप के एक मैच में पांच विकेट लिए।

 भारत ने यह मैच चार विकेट से जीता था। शमी ने इस वर्ल्ड कप के दो मैचों में पांच और चार विकेट लेकर एक रिकॉर्ड अपने नाम किया है। शमी वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा बार चार या इससे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं। शमी और ऑस्ट्रेलियाई के मिचेल स्टार्क के नाम छह बार ऐसा करने का रिकॉर्ड है। चेतन शर्मा के बाद शमी दूसरे ऐसे भारतीय गेंदबाज हैं, जिसने वर्ल्डकप में हैट्रिक ली है। उन्होंने यह कारनामा 2019 वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ रोमांचक मैच में किया था। शमी ने अपने आखिरी मैच में हैट्रिक ली थी और भारत ने इस मैच को 11 रन से जीत लिया था। 29 अक्टूबर को लखनऊ में इंग्लैंड के खिलाफ दोबारा शमी को मौका मिला। 

भारतीय टीम 229 पर ऑल आउट हो गई। लगा कि यह मैच इंग्लैंड आसानी से जीत लेगा। लेकिन शमी के आते ही सब कुछ बदल गया। पहले स्टोक्स को बोल्ड मारा और अगली ही गेंद पर जॉनी बेयस्ट्रो को भी बोल्ड कर दिया। यह ऐसा मौका था कि इसके बाद इंग्लैड उबर ही नहीं पाई और आखिर में 100 रन से हार गई। विश्व कप में शमी अब तक दो मैचों में नौ विकेट ले चुके है। विश्व कप के कुल 13 मैचों में उनके 40 विकेट हैं। हर 17 वीं गेंद पर वह विकेट ले रहे हैं। भारत की तरफ से जहीर खान और जवागल श्रीनाथ ने ही शमी से अधिक 44-44 विकेट लिए हैं। लेकिन इसके लिए दोनों ही खिलाड़ियों ने 20 से अधिक मैच खेले हैं। शमी के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए संभावना जताई जा रही कि अगले मैच में वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन सकते हैं।

ये भी पढ़ें:- Rio Grande सिर्फ एक सीमा नहीं है यह संकटग्रस्त एक नदी, जानिए इसकी विशेषताएं

संबंधित समाचार