हल्द्वानी: कैसे हो ई-सुशासन, आधे सीएससी सेंटर बंद
हल्द्वानी, अमृत विचार। राज्य में जन सुविधा के लिए बनाए गए सीएससी सेंटरों की हालत सही नहीं चल रहे है। पंजीकृत सीएससी सेंटर में से करीब आधे सेंटर बंद चल रहे हैं या फिर खोले ही नहीं गए हैं।
आम लोगों को कई तरह के प्रमाण पत्रों की आवश्यकता होती है। पहले रोजगार पंजीकरण, वृद्धावस्था पेंशन आदि के लिए लोगों को तहसील में चक्कर लगाने पड़ते थे। लोगों की सुविधा के लिए सीएससी सेंटर की स्थापना की गई। सीएससी सेंटर में लोगों को जरूरी प्रमाण पत्र डिजिटल तरीके से आसानी से मिल जाते हैं। इसके अलावा पानी के बिल भी सीएससी सेंटर में जमा किए जा रहे हैं।
पूरे राज्य की बात करें तो राज्य में 21962 सीएससी सेंटर पंजीकृत हैं। इनमें से 11616 सीएससी सेंटर ही कार्यरत हैं। बाकी के बंद है। सबसे ज्यादा सीएसएसी 3395 सीएससी सेंटर का पंजीकरण उधमसिंह नगर जिले में हैं। यहां पंजीकृत में से 1988 सीएससी सेंटर बंद हैं। नैनीताल जिले में 2186 पंजीकृत सीएससी सेंटर में से 1306 सीएसएसी बंद हैं। यहां आधे से ज्यादा सीएससी सेंटर बंद हैं या खोले ही नहीं गए हैं।
रोजगार का भी जरिया
हल्द्वानी। सीएससी सेंटर का संचालन रोजगार का भी जरिया बने हैं। अगर सभी पंजीकृत सीएसएसी सेंटर का संचालन कर दिया जाए तो करीब 22 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। हालांकि 11616 लोगों को सेंटर चलाने के एवज में काम मिल रहा है। इधर सीएससी सेंटर संचालकों ने बताया कि अब सीएससी सेंटर के संचालन में लाभ कम होने लगा है। कई तरह के प्रमाण पत्र सीएससी सेंटर में बनाना बंद करवा दिए गए हैं।
राज्य में पंजीकृत और कार्यशील सीएससी सेंटर की स्थिति
जिला पंजीकृत कार्यशील
उत्तरकाशी 1154 618
चमोली 1174 515
रुद्रप्रयाग 719 298
टिहरी 1203 584
देहरादून 2930 1605
पौड़ी 1816 830
पिथौरागढ़ 1154 530
बागेश्वर 737 374
अल्मोड़ा 1821 871
चंपावत 757 339
नैनीताल 2186 1306
यूएसनगर 3395 1988
हरिद्वार 2916 1758
कुल 21962 11616
स्रोत-सांख्यिकी उत्तराखंड