Kanpur News: PWD बनाएगा सरसौल में नई जेल, दिसंबर में शुरू होगा निर्माण कार्य, इतने बंदियों की होगी क्षमता
कानपुर में पीडब्ल्यूडी सरसौल में नई जेल बनाएगा।
कानपुर में पीडब्ल्यूडी सरसौल में नई जेल बनाएगा। अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में भूमि की मैपिंग होगी। दिसंबर में निर्माण कार्य भी शुरू होगा।
कानपुर, अमृत विचार। सरसौल में पांच हजार बंदियों की क्षमता वाली नई जेल बनाने की कवायद तेज हो गई है। शासन ने निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को दी है। विभाग के अधिशासी अभियंता के नेतृत्व वाली टीम ने मौके पर नापजोश शुरू कर दिया है।
नई जेल के लिए फुफुआर सुइथोक, हाथीगांव और सरसौल की 42 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है और 21 हेक्टेयर भूमि ग्राम समाज की होने की वजह से पुनर्ग्रहण किया गया है। वर्तमान जिला जेल में क्षमता से दो गुना ज्यादा बंदी बंद हैं। इससे उनको भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में दिक्कत आ रही है।
इस समस्या के समाधान के लिए 2016 में नई जिला जेल बनाने की योजना बनी थी। उसी समय भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। अब भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो गया है और शासन ने भी लोक निर्माण विभाग को निर्माण की जिम्मेदारी दे दी है। विभाग की कोशिश है कि नए साल में वहां निर्माण का कार्य शुरू हो जाए।
इस जेल में पहले तीन हजार बंदियों की क्षमता को ध्यान में रखकर बैरकें बनेंगी। बाद में दो हजार बंदियों के लिए बैरकें बनाई जाएंगी। बंदी और कैदी जूट के बने उत्पादों को बनाना सीखेंगे। वर्तमान जेल में भी यह सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की ओर से यह कक्षाएं संचालित कराई जा रही हैं। कैदियों को यह प्रशिक्षण हैंडी क्रॉफट एण्ड कॉरपेट ट्रेड के तहत दिया जा रहा है। नई जेल में भी यह सुविधा होगी। उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों को मार्केट में बेचा जाएगा।
पुरानी जेल का क्या होगा, अभी तय नहीं
नई जेल के बन जाने के बाद सिविल लाइंस स्थित वर्तमान जेल भवन का क्या उपयोग किया जाएगा, यह बाद में तय होगा। वर्तमान जेल गंगा नदी के दो सौ मीटर दायरे के अंदर है, ऐसे में वहां कोई नया निर्माण नहीं हो सकता है। पहले केडीए जेल के लिए भूमि देकर वर्तमान भवन को लेने के लिए तैयार था लेकिन एनजीटी के प्रतिबंधों के कारण केडीए गंगा किनारे की भूमि की अदला- बदली नहीं कर पाया था।
