मुरादाबाद: मम्मी-डैडी रोना मत, बहन को खूब पढ़ाना...आपकी लूजर
छलांग लगाने से पहले छात्रा ने रूम पार्टनर को किया था फोन, सुसाइड नोट मिलने से यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने ली राहत की सांस
मुरादाबाद, अमृत विचार। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (टीएमयू) में शुक्रवार को बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा करुणा कुमारी की खुदखुशी से अन्य छात्र-छात्राएं स्तब्ध हैं। बिहार के मधुबनी की रहने वाली छात्रा के कमरे से मिले सुसाइड नोट में हिंदी भाषा का अंग्रेजी के शब्दों में अंकन है। इसमें उसने लिखा है, मम्मी-डैडी रोना मत, मैं मरना नहीं चाहती थीं लेकिन, आपके हिसाब से नहीं पढ़ पाई।
आपकी इच्छा पूरी नहीं कर पाई। मेरी बहन को खूब पढ़ाना, वह आपका नाम रोशन करेगी। सुसाइड नोट में उसने अपने ब्वाय फ्रेंड का नाम लिखकर उसके लिए कहा है कि तुम प्रेम-मंदिर चले जाना, वहां तुम्हें और अच्छी गर्लफ्रेंड मिल जाएंगी। अंत में उसने अपने नाम के साथ लूजर भी लिखा है। खबर है कि छात्रा ने कॉलेज की बालकनी से छलांग लगाने से पहले अपने रूम पार्टनर को फोन किया था। उससे कहा था कि डिब्बे में तुम्हारे लिए गिफ्ट रखा है और उसने डिब्बा खोलकर देखा तो उसमें सुसाइड नोट के अलावा कुछ भी नहीं था।
वह सुसाइड नोट पढ़ ही रही थी कि तभी छात्रा के छलांग लगा देने का शोर मचा। हाल देख रूम पार्टनर भी घबराई और डरी थी। रूम पार्टनर ने करुणा के सुसाइड नोट को यूनिवर्सिटी प्रबंधन को दिया, जिसे प्रबंधन ने पाकबड़ा थानाध्यक्ष राजीव कुमार शर्मा को सौंप दिया था। इस सुसाइड नोट के हाथ लगने से यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। यूनिवर्सिटी के मीडिया प्रभारी डॉ.एमपी सिंह ने बताया कि छात्रा ने छलांग लगाकर क्यों जान दी? इन सबके जवाब सुसाइड नोट में हैं। घटना के बाद देर रात तक छात्रा के परिजन पहुंचे नहीं थे। शाम सात बजे के दौरान पाकबड़ा थानाध्यक्ष छात्रा के शव का पंचनामा करने टीएमयू गए थे। इस मामले में देर शाम तक पुलिस की तरफ से अन्य कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
हॉस्टल के कमरे से सुसाइड नोट बरामद
घटना के बाद थानाध्यक्ष की सूचना पर मौके पर फोरेंसिंक टीम भी पहुंची थी। टीम के सदस्यों ने सुबूत जुटाए हैं। घटनास्थल पर टीम को छात्रा का क्लेचर, जूते और खून के निशान मिले हैं। इसके अलावा टीम ने हॉस्टल में उसके कमरे में भी जाकर जांच की है। जहां से ब्वाय फ्रेंड के साथ उसकी कुछ तस्वीरें भी मिली हैं।
टीएमयू में पहले भी छात्राओं के साथ हुई घटनाएं
वर्ष 2013 में एमबीबीएस की छात्रा नीरज भड़ाना की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। छात्रा के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी के चांसलर और अन्य पदाधिकारियों पर एफआईआर भी दर्ज करवाई थी। 18 अक्टूबर 2021 को हापुड़ की एमडीएस की छात्रा डॉ.वैशाली का शव गर्ल्स हॉस्टल के रूम में फंदे पर लटकता पाया गया था।
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