बरेली: नई परंपरा..! शिलापट पर पार्षद के साथ पति का भी नाम

Amrit Vichar Network
Published By Ashpreet
On

बरेली, अमृत विचार। कुछ ही समय पहले की बात है, जब आंवला नगर पालिका बोर्ड की बैठक में घुसे महिला सभासदों के पतियों को बाहर निकाल देने पर विवाद खड़ा हो गया था लेकिन इसके उलट नगर निगम ने नई परंपरा की शुरुआत करते हुए शहर में होने वाले विकास कार्यों के शिलापट महिला पार्षदों के साथ उनके पतियों का नाम भी डलवाना शुरू कर दिया है।

ऐसा एक शिलापट वार्ड- 16 में लगा है जिस पर पार्षद बबली पटेल के साथ उनके पति का नाम भी अंकित कराया गया है। हालांकि नगर निगम के वरिष्ठ पार्षदों ने इस पर सख्त आपत्ति जताते हुए आगाह किया है कि अगर इस शुरुआत को तुरंत बंद नहीं किया गया तो आगे मेयर और पार्षदों के परिवार के लोगों के नाम भी पत्थरों पर अंकित होने लगेंगे।

वार्ड- 16 संजयनगर में बाकायदा शिलापट लगाकर महिला आरक्षण की धज्जियां उड़ा दी गई हैं। यहां आकाशपुरम की सेंट्रल स्टेट कॉलोनी में राज्य वित्त आयोग की निधि से सीसी सड़क और नाली का निर्माण हुआ है। रविवार को यहां जो शिलापट लगाया गया, उस पर पार्षद बबली पटेल के साथ उनके पति का भी नाम दर्ज देखकर लोग हैरत में पड़ गए।

इसके बाद यह मामला नगर निगम के अफसरों और पार्षदों में भी चर्चा का विषय बन गया। संवाददाता ने पार्षद बबली पटेल को फोन किया तो वह भी उनके पति ने रिसीव किया। बोले, उन्हें जानकारी नहीं है कि ऐसा शिलापट कहां लगा है।

पार्षद के पति का नगर निगम से जब कोई मतलब ही नहीं होता तो उनका नाम डालने का भी कोई औचित्य नहीं है। निर्माण विभाग के जेई ने जो बताया होगा, ठेकेदार ने वैसा ही शिलापट बनवाकर लगवा दिया। यह व्यवस्था गलत है। नगर निगम में महिला आरक्षण का उद्देश्य ही खत्म करने का काम किया जा रहा है। - सतीश कातिब, वरिष्ठ पार्षद

नगर निगम के अफसर नई व्यवस्था शुरू कर रहे हैं। कुछ दिनों बाद पार्षद के परिवार के लोगों के नाम भी शिलापट पर दर्ज होने शुरू हो जाएंगे। नियमों के मुताबिक शिलापट पर सिर्फ यह दर्ज होना चाहिए कि कितनी राशि और कहां से कहां तक कितनी दूरी का विकास कार्य कराया गया है। - राजेश अग्रवाल, वरिष्ठ पार्षद

पार्षद के साथ उसके पति का नाम शिलापट पर अंकित कराना गलत है। इस मामले में कई शासनादेश भी हैं। नियम है कि वार्ड में जो भी विकास कार्य कराएगा, उसी का नाम शिलापट पर दर्ज किया जाएगा। - राजेश तिवारी, पूर्व पार्षद

ये भी पढ़ें- बरेली:कानपुर शहर में जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए छात्र ने किया शोध

 
 

संबंधित समाचार