केजीएमयू : दीक्षांत समारोह में बोली राज्यपाल- कोरोना, निमोनिया व अन्य बीमारियों पर शोध की जरूरत

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Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। यूपी की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भारत सहित विश्व के कई देशों में नई बीमारियां फैली हैं। जिसमें कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट, बच्चों में टोमेटो फीवर, निमोनिया, ह्यूमेन मेटान्यूमो वायरस प्रमुख हैं। इन बीमारियों पर शोध करने की आवश्यकता है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कंवेंशन सेटर में आयोजित 19 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहीं थीं। 

समारोह में राज्यपाल ने चिकित्सा विश्वविद्यालय में कुल 1869 उपाधियों का वितरण किया, जिसमें स्नातक स्तर पर 1388, स्नातकोत्तर स्तर पर 471 तथा शोध के लिए 10 शोधार्थी विद्यार्थियों को उपाधि दी गई है। समारोह में 39 मेधावियों को 70 पदकों का वितरण कुलाधिपति ने किया। जिसमें 13 छात्रों व 26 छात्राओं ने पदक हासिल किए।
     
इस अवसर पर राज्यपाल ने समारोह के मुख्य अतिथि भारत सरकार के विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रो. अभय करंदीकर व अमेरिका के वटीकुटी यूरोलॉजी संस्थान हेनर्स फोर्ट अस्पताल के निदेशक प्रो. महेन्द्र भंडारी को मानद उपाधि प्रदान की गई।

मेधावियों ने साझा की सफलता की कहानी

केजीएमयू के प्रतिष्ठित चांसलर मेडल समेत कई गोल्ड मेडल अपने नाम करने वाली लिपिका अग्रवाल ने अपने अनुभव साझा करते हुये बताया है कि उनकी सफलता के पीछे उनके माता- पिता व दोस्तों का सहयोग शामिल है। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस की पढ़ाई में मेहनत के साथ दबाव से निपटने का तरीका भी आना चाहिए। तरीके का जिक्र करते हुये बताया कि माता पिता के सहयोग और दोस्तो से बातचीत हर समस्या का समाधान कर देती है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि एक अच्छा डॉक्टर बनने की कोशिश करते रहिये, सफलता मिलती रहेगी। वह पीडियाट्रिक डाक्टर बनना चाहती हैं, जिससे गरीब बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर कर सकें।

मेधावियों
लिपिका अग्रवाल,                             डॉ. नबिला निशात,                                प्रांजलि सिंह

 

बीडीएस में 11 गोल्ड मेडल पाने वाली प्रांजलि सिंह का कहना है कि उनके परिवार में कोई डॉक्टर नहीं था, यही वजह रही उनके डॉक्टर बनने की। वह पोस्ट ग्रेजुएट करने के बाद सरकारी अस्पताल में ही काम करने की इच्छा जता चुकी हैं। केजीएमयू में पहली बार फिजियोलॉजी में डा. नीना श्रीवास्तव मेडल दिया गया है। यह मेडल डॉ. नबिला निशात को मिला है। उन्होंने एमडी फिजियोलॉजी में सबसे ज्यादा नंबर प्राप्त किये है। डा. रश्मि मेमोरियल गोल्ड मेडल से सम्मानित एमडी एनेस्थिसिया डा. प्राजंल दास का कहना है वह लोगों को इलाज देने के साथ ही अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने सफलता की कुंजी आत्म विश्वास को बताया है।

डॉ. प्राजंल दास
डॉ. प्रांजल दास अपने परिवार के साथ

 

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