बरेली: बच्ची की मौत के मामले में नया मोड़, धरने का आयोजन करने वाले पूर्व पार्षद के खिलाफ तहरीर

गांव की लीलावती ने पूर्व पार्षद पर धमकाने का लगाया आरोप, आई ट्रिपल सी के तहत लगे सीसीटीवी कैमरों भी देखे गए

बरेली: बच्ची की मौत के मामले में नया मोड़, धरने का आयोजन करने वाले पूर्व पार्षद के खिलाफ तहरीर

बरेली, अमृत विचार : परसाखेड़ा में सड़क की मांग के लिए नगर निगम के गेट के बाहर धरने में माता-पिता के साथ आई एक साल की बच्ची की मौत के मामले की जांच शुरू हो गई है। इसमें एक नया मोड़ आ गया है। गांव की एक महिला ने धरने का आयोजन कराने वाले पूर्व पार्षद पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए सीबीगंज थाने में तहरीर दी है।

वहीं स्मार्ट सिटी में आई ट्रिपल सी के तहत लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखकर भी जांच शुरू हो गई है। फुटेज से पता चल सकेगा कि धरने में माता-पिता के साथ बच्ची आई थी या नहीं। रविवार को नगर निगम के अफसरों ने सीसीटीवी कैमरे देखे। प्रारंभिक जांच में कोई भी महिला बच्चे को गोद में लिए हुए नहीं दिखी है।

सड़क की मांग के लिए धरने में शामिल परसाखेड़ा गौटिया की महिला पुष्पा की एक वर्षीय बच्ची विद्या की ठंड लगने से घर से अस्पताल ले जाते समय मृत्यु होने का दावा पूर्व पार्षद और बच्ची के माता-पिता कर रहे हैं। गांव की लीलावती ने पुलिस को बयान दिया है कि पुष्पा का पति और अन्य परिजन धरने में गये थे लेकिन पुष्पा अपनी बच्ची के साथ गांव में ही थी। बच्ची की मृत्यु घर पर ही हुई है।

पूर्व पार्षद बच्ची की मौत को धरनास्थल पर बताकर अपना लाभ लेना चाहा है। लीलावती ने तहरीर में कहा है कि जब यह बात पूर्व पार्षद सुखदीश कश्यप को पता चली तो वह तमाम गांव वालों को साथ लेकर उनके खेत में आ गये और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि बच्ची की मौत को घर पर नहीं होने की बात कहे। उन्होंने रविवार की शाम को सीबीगंज थाने में पूर्व पार्षद के खिलाफ तहरीर दे दी है।

लीलावती ने आरोप लगाया कि पूर्व पार्षद उनकी पैतृक जमीन को नगर निगम का बताकर उसी से सड़क निकालना चाहते हैं। इस मामले में कोर्ट में स्टे भी है फिर भी वह रविवार को तमाम लोगों को साथ लेकर उसी जगह पर सड़क का बोर्ड लगाने पहुंच गये थे। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी थी।

पूर्व पार्षद सुखदीश कश्यप ने लीलावती के कथन को झूठा बताया है। कहा कि पुष्पा पूरे परिवार के साथ धरने में शामिल थी ओर बच्ची की मौत ठंड से ही हुई है। सुबह कुछ मीडिया के लोग आए थे। उन्हें यह बताने उस खेत में गया था कि जहां से सड़क निकलनी है। लीलावती जिस जगह को अपनी बता रही हैं वह तहसील की रिपोर्ट में नगर निगम की निकली है। यह भी कहा कि सड़क नहीं बनी तो वह 10 दिन बाद फिर से नगर निगम के गेट पर धरना देंगे।

परसाखेड़ा चौकी इंचार्ज संदेश कुमार ने गांव में जाकर जांच की। जांच के दौरान गांव की महिलाओं नन्हीं, लीलावती और राजो आदि ने बताया कि उन्होंने धरना वाले दिन बच्ची की मां पुष्पा को गांव में शाम करीब 4 बजे घास लाते हुए देखा था। लीलावती की कृषि योग्य भूमि पर पूर्व सभासद सुखदीश कश्यप द्वारा सड़क मार्ग प्रस्तावित कराया गया था। जिस कारण दोनों पक्षों में विवाद है। इंस्पेक्टर राधेश्याम ने बताया कि प्रार्थना पत्र मिला है। मौके पर पुलिस टीम भेज कर जांच कराई जा रही है।

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