बाराबंकी: मनरेगा से बनेंगी राशन की आदर्श दुकानें, श्रमिकों को मिलेगा रोजगार

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
On

प्रत्येक ब्लॉक और नगर निकायों को मिलेगी सौगात

रीतेश श्रीवास्तव, बाराबंकी। मनरेगा योजना के माध्यम से जिले में राशन की आदर्श दुकानों का निर्माण होगा। 15 विकास खंडों की ग्राम पंचायतों में इन दुकानों का निर्माण कार्य को लेकर कार्ययाेजना बनाई जा रही है। अन्नपूर्णा दुकानों के बतौर बनने वाले ऐसी हर दुकान दुकान का क्षेत्रफल 484 वर्ग फुट होगा। ऐसी प्रत्येक दुकान बनाने पर मनरेगा के माध्यम से 8.50 लाख रुपये का खर्च आएगा। साथ ही मनरेगा के हजारों जॉब कार्डधारक श्रमिकों को इससे रोजगार भी मिलेगा।

राशन की दुकानों में आसानी से खाद्यान्न पहुंचाने और उपभोक्ताओं की सुविधा बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में संचालित राशन दुकानों को अपग्रेड कर अन्नपूर्णा (आदर्श दुकान) के निर्माण का फैसला किया है। जिले में भी इस योजना के तहत अन्नपूर्णा दुकानों का निर्माण होगा। हालांकि इसकी संख्या अभी सामने नहीं आई है। यह निर्माण कार्य मनरेगा योजना के माध्यम से कराया जाना है।

जिले के 15 विकासखंडों में तथा नगर निकायों में एक-एक आदर्श उचित दर की दुकान का निर्माण होना है। विभागीय जानकारी के अनुसार प्रत्येक ब्लॉक में चार-चार तो प्रत्येक नगर पंचायत स्तर पर एक-एक आदर्श राशन की दुकानें बनेगी।

उचित दर की इन आदर्श राशन दुकानों में कार्डधारियों को कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी), जनरल स्टोर, बिजली, पानी व नगर निकाय के बिल जमा करने के साथ ही ई-स्टाम्प की खरीद व माइक्रो एटीएम की भी सुविधा भी मुहैया होगी। पिछले दिनों प्रदेश सरकार के खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने एक आदर्श राशन दुकान का शिलान्यास भी किया था। 

काम में नहीं दिख रही तेजी, बजट का रोना

राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा द्वारा मॉडल आदर्श शॉप निर्माण का श्री गणेश करने के बाद भी इस कार्य में तेजी आती नहीं दिख रही है। कितने गांवों में दुकानों का निर्माण होना है। इसकी संख्या तक विभाग अभी तक नहीं बता सका है। इसके साथ ही लेबर बजट और मैटेरियल को लेकर भी रोना रो रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी भी इसे लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। न ही इसकी मॉनीटरिंग हो रही है।

उचित दर की आदर्श दुकानों का निर्माण कराने के लिए एसडीएम व बीडीओ की मदद से जमीन चिन्हित की जा रही है। कुछ ग्राम पंचायतों में इनका निमार्ण कार्य शुरू भी हो गया है। अन्य गांवों में भी दुकान के निर्माण कार्य के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन मिलते ही यहां भी निर्माण कार्य शुरु होगा।  

                                                                          ब्रजेश त्रिपाठी, उपायुक्त श्रम रोजगार, बाराबंकी।

यह भी पढ़ें: वाराणसी: कतर में भारतीय सैनिकों को फांसी नहीं दिए जाने की खुशी में 'काशीवासी' मनाएंगे दीपावली, जलाएंगे दीप

संबंधित समाचार