लखनऊ में एसएसबी आईजी ने किया 30.5 मीटर ऊंचे हाई मास्ट राष्ट्रीय ध्वज का अनावरण
अमृत विचार लखनऊ। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) सीमांत मुख्यालय लखनऊ में नये साल के अवसर पर "30.5 मीटर ऊंचे हाई मास्ट राष्ट्रीय ध्वज" का अनावरण किया गया। इस मौके पर सीमांत मुख्यालय के आईजी रत्न संजय ने दिल्ली से भेजा गया एसएसबी महानिदेशक रश्मि शुक्ला संदेश भी पढ़कर सुनाया। इस बारे में जानकारी देते हुए आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में 30.5 मीटर ऊंचे हाई मास्ट राष्ट्रीय ध्वज का अनावरण किया गया ।
इस मौके पर आईजी ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज किसी देश का स्वतंत्रता सेनानियों एवं अमर बलिदानियों के महान समर्पण एवं देश की जनता के उनके प्रति आदर एवं सम्मान का प्रतीक होता है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज शांति और भाईचारे का संदेश लिए न सिर्फ भारतवर्ष की अखंडता का प्रतीक है अपितु यह भारत की महान सांस्कृतिक विरासत को भी प्रतिबिम्बित करता हैं। दुनिया के कई देशों के ध्वज जहां धार्मिक आधार पर बनाए गए हैं वहीं भारत का राष्ट्रीय ध्वज अनेकता में एकता का प्रतिनिधित्व करता है।
राष्ट्रीय ध्वज में समाहित रंग इसकी बनावट एवं आकार सभी का विशेष महत्व है। जिसमें केसरिया रंग शक्ति, साहस एवं बलिदान का, सफेद रंग शांति एवं सच्चाई का हरा रंग धरती की उर्वरता, हरियाली, वृद्धि एवं शुभता का प्रतीक है वहीं बीचों-बीच में चौबीस तीलियों से बना चक्र धर्मचक्र का प्रतीक है जिसे सारनाथ के अशोक स्तंभ से लिया गया है। कार्यक्रम के मौके पर जगदीप पाल सिंह, उप-महानिरीक्षक, महेश कुमार, उप-महानिरीक्षक, कमलकान्त, उप-महानिरीक्षक, डॉ. निखिल कुमार प्रसाद, उप-महानिरीक्षक (चिकित्सा), हरी प्रकाश, कमांडेट सहित सभी अधिकारी उपस्थित रहे।
डीजी ने भेजा जवानों के लिए शुभकामना संदेश
कार्यक्रम के दौरान एसएसबी महानिरीक्षक रश्मि शुक्ला नव वर्ष पर शुभ कामनाओ से भरा संदेश भेजा जिसे आईजी ने पढ़कर जवानों और अधिकारियों को सुनाया। डीजी ने आईजी के माध्यम से अपने संदेश में कहा कि सभी बलकर्मियों ने अपने त्याग, समर्पण व बलिदान से बल के ध्वज को हमेशा गर्व से उचां रखा है। हमारे जवानों ने खुली अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर सीमा पार से होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ आमजन में राष्ट्र प्रेम की भावना को सुदृढ़ किया है। हमारे सजग, सचेत एवं कर्मठ बलकर्मियों में अपनी सैन्यदक्षता का परिचय देते हुए, वामपंथ उग्रवाद एवं आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में शांति व्यवस्था स्थापित करने में भी सफलता अर्जित की है। सुरक्षा का क्षेत्र हो, खेल का मैदान हो या जन-कल्याण के कार्य हो, सशस्त्र सीमा बल हर क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर है और इसका श्रेय आप सबकी निष्ठा, कार्यकुशलता व समर्पण को जाता है।
